नहीं रहे नोखा चांदावता के भामाशाह सैनिकराज बाबू

रूण फखरुद्दीन खोखर

रूण- भामाशाहों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध गांव नोखा चांदावता के सेठ भामाशाह स्व. खिंवराज चोरड़िया के पौत्र सैनिकराज चोरड़िया का 5 अप्रैल को हृदय गति रुक जाने से बैंगलोर में निधन हो गया, गांव के गजेंद्र सेन ने बताया दादा खिंवराज चोरड़िया की याद में अपने परिवार के साथ करीब दो करोड़ की लागत से राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल भवन का निर्माण अपनी जन्म स्थली नोखाचांदावता में इन्होंने करवाया था ,

इन्होंने इसी विद्यालय में वर्षों पहले एक कंप्यूटर लैब का भी निर्माण करवाया था, गांव वालों की मांग पर इन्होंने एक गौशाला भी खोल रखी है जिसका संचालन अकेला चोरड़िया परिवार करता है, इसी तरह इस परिवार ने देश के अनेक स्थानों पर स्कूलों ,गौशालाओं और धर्मशालाओं का निर्माण भी कराया है। सूत्रों के अनुसार साल में करोड़ों रुपए यह परिवार पुण्यार्थ कार्यों में लगाते है, सैनिक बाबू के नाम से मशहूर सैनिक राज चोरड़िया के निधन के समाचार सुनकर गांव में शोक की लहर छा गई, ग्रामीणों ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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