के के ग्वाल नाथद्वारा
एक सौ पचास साल पुराने प्राचीन सिंह द्वार पर लगाए रजत द्वार ।
पिछवाई घर के साथ पातल घर पोली का जीर्णोद्वार कर किया शुभारंभ।
नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय कि प्रधान पीठ नाथद्वारा मंदिर में सरकार तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा व विशाल बावा साहेब की प्रेरणा व दिशा निर्देश में शादियों पुराने सेवा घर जिसमे विशाल बावा साहेब द्वारा दूध घर, पान घर, फूल घर रसोई घर, बाल भोग सकडी रसोई, अन्नकूट की रसोई ध्वजा जी की अगासी साग घर, का आप श्री ने समय की माग को देखते हुए
आधुनिक साधन सुविधा व्यवस्था से युक्त जीर्णोधार करवाकर सेवा वालो को राहत प्रदान करवाया जा रहा है जो कि आज के समय में अत्यन्त महत्वपूर्ण व आवश्यक है जबकि मंदिर में ये सभी सेवा घर सदीयो पूर्व बने हुए हैं जिनका जीर्णोद्वार सम य की माग है इसी श्रृंखला पाटल घर पोली, पिछवई घर का भी जीर्णोद्वार करवा कर तिलकायत पुत्र युवराज विशाल बावा साहेब ने मंदिर के विद्वान विप्र पंड्या परेश जी द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना कर सेवा हेतु शुभारंभ किया गया
इस से पूर्व विशाल बावा साहेब द्वारा सिंह पोली के प्राचीन काल के किवाड़ की जगह रजत द्वार का पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया गया, इस अवसर पर श्रीनाथजी मंदिर के अधिकारी सुधाकर उपाध्याय, मंदिर मंडल सीईओ जितेंद्र ओझा, टेंपल बोर्ड सदस्य समीर भाई, वैष्णव गिरीश भाई शाह, अंजन शाह, श्रीनाथजी मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, सचिव लीलाधर पुरोहित, मंदिर के पंड्या परेश नागर, चिराग साचीहर के के ग्वाल जी गिरिश व्यास, पातल घर पोलियो नागर साहब ब्रज वासी सेवा वालो सहित समाधानी दिनेश मेहता, कैलाश पालीवाल, मंदिर सेवक गण एवं सैकड़ों वैष्णव उपस्थित थे!