बैंड-बाजों-डीजे पर झूमे श्रद्धालु, स्वागत में बरसाए पुष्प।
लोकपाल भण्डारी
रियाँबड़ी में ऐतिहासिक शोभायात्रा निकाली गई। 25 दिनों की तीर्थ यात्रा में 10 ज्योर्तिलिंग सहित देशभर में 132 तीर्थ स्थलों के दर्शन कर वापस लौटे 51 सदस्यीय जत्थे की आगभगत में पूरा शहर जुट गया। फूल-मालाओं और पुष्प वर्षा से स्वागत हुआ। इस दौरान बैंड-बाजों और डीजे की धुन के बीच हरि-कीर्तन भजनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे।
रियाँबड़ी स्वर्णकार समाज तहसील अध्यक्ष लालचंद सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि रियाँबड़ी से 51 सदस्यों का एक जत्था भारत तीर्थ 10 ज्योर्तिलिंग और 132 तीर्थ स्थलों के दर्शन करने के लिए रवाना हुआ था। इस जत्थे ने रामेश्वरम, तिरुपति बालाजी, उज्जैन, औंकारेश्वर, केदारेश्वर, द्वारकाधीश, सोमनाथ, नाथद्वारा, सांवरिया सेठ, उज्जैन महाकाल, काल भैरव, हरसिद्धि मंदिर, शनि मंदिर, गणेश मंदिर, सिद्धि नाथ, गोविंद गुफा सहित 132 तीर्थ स्थलों के दर्शन किए। इस तीर्थ जत्थे के वापस लौटने पर रियां बड़ी में भव्य स्वागत किया गया। जत्थे पर सवा क्विलंट पुष्प वर्षा की गई। रियांबड़ी के सभी प्रमुख मार्गों से डीजे और बैंड-बाजों के साथ शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें शामिल श्रद्धालु भक्ति भाव में झूम रहे थे।
नगर से लेकर घर तक पुष्प वर्षा से स्वागत
इस दौरान यात्रा में शामिल लालचंद अग्रोया, चौथूराम माली, मुन्ना लाल, कैलाश शर्मा, पंकज लखारा, गोपाल पाराशर सहित सभी श्रद्धालु जोड़ों का पुष्प मालाओं और पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया। रियांबड़ी के प्रमुख मार्गों से होते हुए यात्रियों का जत्था नगर सेठ चारभुजानाथ मंदिर पहुंचा। वहां से सभी तीर्थ यात्री अपने-अपने घर पहुंचा। तीर्थ यात्रा कर घर आने की खुशी में श्रद्धालुओं के घरों को भी सजाया गया। फूलों से घरों में सजावट की गई। पूरे रियाँबड़ी कस्बे में धार्मिक नजारा देखते ही बन रहा था।