लोकपाल भण्डारी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रियां बडी द्वारा संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डां.भीमराव अम्बेडकर की 132 वीं जयन्ती पर कल्पवृक्ष जयोति केन्द्र में विचार गोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
समाज सेवी सत्यनारायण खत्री , कैलाश दान द्वारा बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।संघ के प्रचार प्रमुख आशीष रूणवाल ने बताया की कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख राजूराम पारीक ने बाबा साहब के जीवन पर बोलते हुए कहा की बाबा साहब वास्तविक रूप से राष्ट्र ऋषि थे। वे अपने माता पिता की चौदहवीं संतान के रूप में भारत की पुण्य धरा पर चैत्र शुक्ल सप्तमी विक्रम सम्वत 1948 में राष्ट्र उत्थान के लिए अवतरित हुए।अनेकों सामाजिक कष्ट ओर प्रताड़ना सहने के बाद भी उन्होंने अपना राष्ट्र सर्वोपरि का लक्ष्य कभी भी नहीं छोडा ,सदैव समाज में व्याप्त कुरीतियों असंगतियों को जड़ से मिटाने के लिए एक समाज सुधारक के रुप में कार्यरत रहते थे।
आगे चल कर बाबा साहब भारत के संविधान निर्माता बने। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। आज के इस अवसर पर हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए की हम सदैव राष्ट्र हित में कार्य करें ।जीवन में छोटे छोटे संकल्प लेकर सम्पूर्ण समाज को साथ लेकर राष्ट्र सेवा मे सलग्न रहे।इस अवसर पर छात्रावास परिसर के छात्र, सरपंच गिरधारी लाल, उपसरपंच सत्यनारायण वैष्णव, नेमीचंद बावरी,हनुमान प्रसाद शर्मा ,जगदीश रूणवाल, महेन्द्र माली,संघ के सह जिला कार्यवाह सुखदेव तिवाड़ी, ओम प्रकाश वैष्णव, हरीप्रसाद, धनश्याम जागीड, नर हरि नाथ,शिवलाल गिवारियां,मुकेश हरिजन ,मानसिंह और अन्य सैकडो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।कैलाश दान ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।