रूण फखरुद्दीन खोखर
आखिरी जुम्मे में शामिल हुए सैकड़ो नमाजी, खुदा की बारगाह में मांगी दुआएं
रूण-अगर एक के बदले 70 गुना सवाब(पुण़्य) ज्यादा आपको कमाना है तो ईद की नमाज के पहले पहले यह काम करना होगा, वैसे धर्म के काम में कभी भी पैसा दो उसका सवाब जरूर मिलता है लेकिन रमजान के महीने की बात ही और है।
यह विचार मदीना जामा मस्जिद रूण के पेश इमाम रियासत अली, नूरानी जामा मस्जिद के एजाज अली व अन्य मस्जिदों के पेश इमामों ने रमजान महीने के आखिरी जुम्मे की तकरीर में कहे उन्होंने कहा कि आज ईद की नमाज के पहले पहले आपको फितरा, जकात या किसी की मदद करनी हो तो कर दीजिए, उन्होंने बताया कि आपके पैसों को पाक (पवित्र)करना हो तो आपको जकात (सौ रूपए का ढाई प्रतिशत हिस्सा) निकालनी जरूरी है, जकात निकालने के बाद आपका पैसा, आपकी प्रॉपर्टी आग में भी नहीं जलेगी और ना चोरी होगी, इसी प्रकार इन्होंने नमाजियों से अनुरोध किया कि आपको रमजान के अलावा भी नमाज का पाबंद बनना चाहिए ।
इसी प्रकार रूण की सभी मस्जिदों में सैकड़ो नमाजियों ने अल्लाह की बारगाह में रमजान महीने के आखिरी जुम्मे में नमाज अदा की और दुआएं की। जुम्मे की नमाज के बाद वहीदअली और नातख्वां नौशादआलम अशरफी ने “30 दिन का सफर खत्म दुनिया से कर आज माहे मुबारक रवाना हुआ” नात शरीफ पेश की तो रोजेदारों और नमाजियों की आंखों में आंसू आ गए। इसी तरह ईद पर्व को मद्देनजर रखते हुए मुस्लिम बंधुओं ने अपने घरों को और मस्जिद मदरसा और दरगाह को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया, आज शनिवार को सुबह 8 बजे ईद की नमाज अदा की जाएगी। मीठी ईद के नाम से मशहूर इस ईद पर विशेषकर खीर और सिंवईया बनाकर आसपास के घरों में बांटी जाती है। वही त्योहार को मदैनजर रखते हुए बाजारों में काफी चहल-पहल भी रही।