फुलेरा (दामोदर कुमावत)
राज्य सरकार द्वारा दूदू को नया जिला घोषित करने के विरोध में एवं सांभर-फुलेरा क्षेत्र को दूदू जिले में शामिल नही करने का विरोध दर्ज करवाया गया। इसके लिए दूदू जिले मैं नव नियुक्त विशेषाधिकारी श्रीमती अर्तिका शुक्ला को बार एसोसिएशन सांभर लेक व जिला बनाओ संघर्ष समिति ने सामूहिक रूप से उपस्तिथ होकर इस विषय पर अलग अलग प्रतिवेदन सौंप कर अपना पक्ष रखा।
संघर्ष समिति ने बताया कि 1956 से हम लगातार जिला बनाने की मांग कर रहे हैं परन्तु सांभर -फुलेरा को जिला नहीं बना कर दूदू को जिला घोषित करना न्यायोचित नही है। जबकि मुख्यमंत्री से आवास पर मिले प्रतिनिधि मण्डल को उन्होंने आश्वस्त किया था कि सांभर, फुलेरा के साथ अन्याय नही होगा उसके उपरांत राजनीतिक कारणों से हमे हमारे अधिकारों से महरूम रखा गया है।
गौरतलब है कि जिला बनाने की श्रेणी में सांभर-फुलेरा क्षेत्र दूदू से हर क्षेत्र में अब्बल है -तुलनात्मक क्षमता क्षेत्र, रेलवे का सबसे बड़ा केंद्र जो राज्य ही नहीं अपितु पूरे देश व देश की सीमाओं को रेलों से जोड़ता है। सम्पूर्ण देश में रेल आवागमन का प्रमुख संसाधन है, व राज्य सरकार पर पड़ने वाले आर्थिक एवं भौगोलिक प्रभाव को लेकर निष्पक्ष पुनः विचार किया जाए तो फुलेरा सांभर की महत्वता ज्ञात होगी। क्षेत्र में पांच नगर पालिकाएं है जबकि दूदू मात्र पंचायत समितिहै।
सांभर-फुलेरा-नरैना कस्बों में ऐतिहासिक एवं पौराणिक संपदा आज भी मौजूद है जिनकी महत्वता इतिहास से अब तक चली आ रही है। क्षेत्र में पर्यटन स्थल भी पौराणिक एवं ऐतिहासिक है इनके लिए देसी व विदेशी पर्यटकों का आवागमन रहता है। समिति सदस्यों ने दूदू जिला विशेषाधिकारी श्रीमती अर्तिका शुक्ला को सांभर-फुलेरा व नरैना भ्रमण कर क्षेत्र के अवलोकन हेतु आमंत्रित किया। गया जिस पर उनके द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। संघर्ष समिति ने राज्य सरकार से यह प्रतिवेदन देकर मांग की है कि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान का विरोध भी किया जा सकता है।
इस अवसर पर संघर्ष समिति अध्यक्ष विवेक शर्मा , पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष( वर्तमान व्यापार महासंघ अध्यक्ष )मनोज आहूजा, बार एसोसिएशन अध्यक्ष रूपनारायण कुमावत् सचिव निशांत शर्मा, डॉ पुखराज स्वामी , मोहित धांधल, दैनिक रेल यात्री संघ अध्यक्ष अशोक वासुदेव, हरगोपाल साहू, मनीष कुमार सहित लोग उपस्थित रहे।