रूण फखरुद्दीन खोखर
रूण-गुरु सत्य कर्मों से जोड़ता है और गुरु को भगवान के बराबर दर्जा दिया हुआ है और सच्चा गुरु वही हैं जो अपने शिष्यों के आचार विचार में परिवर्तन ला दे, इसलिए कहा गया है कि गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए, इसके बाद माता-पिता का दर्जा सबसे बड़ा है, मनुष्य को गुरु और माता-पिता के प्रति सदा ऋणी रहना चाहिए, पुत्र का पहला धर्म माता-पिता की सेवा करना है ।
यह विचार पावणी नाडी के संत उगमाराम महाराज ने इंदोकली सिटी में एक धार्मिक कार्यक्रम में कहे। इस मौके पर कबीर आश्रम रियां श्यामदास के बालकिशन महाराज, मोडाराम महाराज और गोपालदास महाराज ने एक से बढ़कर एक संगीतमय भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इससे पहले इन सभी संत महात्माओं का बधावणा गाकर स्वागत किया। इस मौके पर हरीराम मुंडेल,पुरखाराम, नरसिंह राम कमेड़ीया,चिमनाराम, हनुमान, रामाकिशन, ऊर्जाराम, बलदेवराम सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।