श्री दादू आश्रम पर चल रहे सत्संग ज्ञानयज्ञ समारोह में,
फुलेरा (दामोदर कुमावत)
श्रीरामनगर स्थित श्रीदादू आश्रम पर संगीताचार्य संत राम प्रकाश स्वामी के सानिध्य मे चल रहे श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव एवं चतुर्मास सत्संग ज्ञानयज्ञ समारोह में गुरुवार को व्यासपीठ से संगीताचार्य संत राम प्रकाश स्वामी ने सुबह 10 बजे से 12 बजे तक ज्ञान यज्ञ, श्रीमद् दादू वाणी, प्रवचन, सत्संग के दौरान उपस्थित श्रद्धालु को बताया कि , संत राम प्रकाश स्वामी ने बताया कि कर्मों की गांठ बड़ी कड़ी है, इस गांठ को चिंतन रूपी तलवार से काटा जा सकता है,
यह वक्तव्य श्रीमद् दादू वाणी के महान ग्रंथ में श्री दादू दयाल जी महाराज ने बताया है संत रामप्रकाश महाराज ने सत्संग के दौरान बताया कि चिंतन रूप, साथन के द्वारा पवित्र तीर्थों का सेवन किया जाता है इससे महत्व सेवा, श्रवण की इच्छा, श्रद्धा भगवत कथा में रुचि होने का भाव बनता है तभी परमात्मा की कृपा मिलती है, ऐसा सत्संग कथा में संगीत आचार्य संत राम प्रकाश स्वामी नी कहे ।
संत स्वामी ने सरल भाषा में दादू वाणी ग्रंथ के मुताबिक उपस्थित , भक्तों को प्रवचन देते हुए कहां की मन, क्रम, वचन और सत्य को जीवनमें रखना चाहिए, दादूआश्रम के व्यवस्थापक धरमदास स्वामी ने बताया कि आज की व्यास पीठ आरती गुलाब चंद नरायणीया ने की तथा प्रसादी भंडारा डेल्ढा की ढाणी निवासी कानाराम कुमावत की ओर से की गई इस अवसर पर सांभर से नोरतमल अग्रवाल, गोपाल नेतड, सोहन लाल भोडीवाल, भंवरलालकुमावत, गुलाब चंद कुमावत, जगदीश प्रसादभोडीवाल, राम अवतार ज्ञानू , रामबाबू कुमावत, नाथू लाल सैनी, राजेंद्र सैनी, कैलाश सैनी सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे।