लक्ष्मणगढ़ 30 जुलाई। राजस्थान सियासत की सबसे बड़ी पंचायत की पायदान पर पहली मर्तबा कदम रखने के लिए चुनावी समर में उतरने वाले दिनेश जोशी का भाग्य योग प्रबल नही रहा और मात्र 34 मतों से चुनाव हार गए।
हालांकि कि जोशी ने चुनावी समर में उतर कर अपनी सियासी चाल का जलवा राजस्थान की राजनीति में दिखाकर सियासत के बड़े बड़े पंडितों को चकित कर दिया। अपना पहला चुनाव मात्र 34 वोटों से हारने वाले क्षेत्र के दिग्गज नेता दिनेश जोशी के प्रति लक्षमनगढ विधानसभा की जनता ने सहानुभूति भी है वही भाजपा हाईकमान के सामने भी जोशी का कद बढ़ा है।
राजनीति में संघर्ष व जनता से लगातार जुडाव रखने के मामले में गिनती की शुरूआत जोशी से होती है । दो मर्तबा निर्दलीय व एक बार भाजपा के सिंबल से चुनाव हारकर हैट्रिक का दर्द समर्थकों को ही नहीं आमजनता मे भी नजर आ रहा है तथा अभी नही तो कभी नही के साथ दुगूने जोश के साथ विधानसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हुए जनता के बीच नजर आ रहे हैं। जोशी ने लक्षमनगढ विधानसभा में हर बार वोटों की बढ़ोतरी करते हुए जनता का समर्थन हासिल करने में विश्वास जीतने में कामयाब हुए हैं। यह दिगर है कि हार के अंतर में भी हर बार बढ़ोतरी हुई है। क्षेत्र की जनता के चहेते बने जोशी लक्षमनगढ विधानसभा चुनाव में भाजपा के मजबूत व सशक्त दावेदार माने जाते हैं तथा पार्टी हाईकमान की नजरों में भी जोशी की छवि संघर्षशील व जनता के बीच रहने वाले नेता की है तथा क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि के रूप में जाने जाते हैं।
हालांकि की भाजपा में टिकट के दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त है। करीब एक दर्जन से अधिक दावेदारों के नाम उभरकर कर सामने आ रहे है। जिनमें संघ की पहली पसंद के रूप में यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हरिराम रणवां,हाल ही कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया जो लगातार चार चुनाव हारकर कर हार का चौका लगा चुके हैं। , पंचायत समिति में प्रधान प्रत्याशी रहे भागीरथ गोदारा जो क्षेत्र में भाजपा को मजबूती देने व पंचायत चुनाव में अपनी राजनीतिक कौशल व ताकत का अहसास कराने में कामयाब हुए। राजनैतिक रणनीतिकार के रूप में जाने- जाने वाले गोदारा का भाग्य पंचायत चुनाव में साथ नहीं दे पाया। इनके अलावा मास्टर हरलाल धायल, डालूराम चाहर,डा.रामदेव, अलका शर्मा सहित एक दर्जन से अधिक भाजपा की टिकट के दावेदारों में शामिल हैं।