राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा जारी एक्शन प्लान एवं श्री मदनलाल भाटी, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) मेडता के निर्देशानुसार आज दिनांक 01 अगस्त को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जारोडा मे विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर मे श्रीमती तसनीम खान सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मेडता ने बच्चो को नशे से होने वाले दुष्परिणामो एंव माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार *शराब और माद्क द्रव्यों की रोकथाम एवं सामाजिक रक्षा सेवाओ के लिये सहायता की केन्द्रीय क्षेत्रीय योजना एवं नवचेतना लाईफ स्किल एवं ड्रग एजुकेशन* के बारे मे जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि आज की युवा पीढी नशे की लत से अपना भविष्य नष्ट कर रही है। नशे से व्यक्ति केवल अपना ही नही बल्कि अपने परिवार और समाज को बर्बाद कर देता है। इसलिये हम सभी को मिलकर इस नशे को जड से खत्म करना होगा। जिससे बच्चो का भविष्य उज्ज्वल हो सके। साथ ही सचिव महोदया ने माननीय रालसा द्वारा विशेषयोग्यजानों के हितार्थ उनके पहचान पत्र सुनिश्चित करने एवं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ तथा कृत्रिम अंग व अन्य लाभ उपलब्ध कराने हेतु संचालित योजना के बारे मे जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि यदि कोई विशेषयोग्यजन हो जिसका पहचान पत्र न बना हो अथवा उसे कृत्रिम अंग की आवश्यकता हो तो उसका नाम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मेडता को प्रेषित करावे ताकि उसका पहचान पत्र बनवाने एवं कृत्रिम अंग दिलवाने की कार्यवाही की जा सके। शिविर में प्रधानाचार्य मोहम्मद अख्तर नदीम ने आगन्तुको का धन्यवाद ज्ञापित किया। शिविर मे व्याख्याता कैलाशचन्द टाक, सुरेशचंद निंदावत, शारीरिक शिक्षक, ओपेन्द्र सिहं, रामकरण चोयल, गृहरक्षक रामनिवास घांची व ईश्वर आदि उपस्थित रहे।