के के ग्वाल नाथद्वारा
नाथद्वारा राजसमन्द जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद में नवीन पैनलित पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स को एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद के सभागार में नवीन पैनलित पीएलवी का प्रशिक्षण शिविर श्री आलोक सुरोलिया, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती को दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया।
इसके पश्चात् नाल्सा थीम साँग ‘‘एक मुट्ठी आसमां‘‘ का प्रसारण किया गया।शिविर में श्री आलोक सुरोलिया, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमन्द ने पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स ड्रेस कोड, व्यवहार के मापदंड, पीएलवी की भूमिका स्थाई लोक अदालत में आने वाली जनोपयोगी सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने पैनल में सेवानिवृत्त व्याख्याता, सीए, एम.बीए. तथा विधि विद्यार्थियों के होने पर उन्हें बधाई दी और बताया कि उच्च शिक्षित व अनुभवी पैरालीगल वॉलंटियर्स द्वारा कार्य करने से निश्चित रूप से आमजन तक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूकता तथा पीएलवी की मैन थीम के अनुसार कार्य हो पाएगा।
मनीष कुमार वैष्णव, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमन्द ने उपस्थित पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स को भारतीय संविधान की संरचना, विधिक सेवा प्राधिकरणों के संगठन, ष्कव – कवदश्जष् करने एवं नहीं करने योग्य बातें, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली, रिसोर्स पर्सन तथा पीएलवी के कर्तव्य एवं कार्यक्षेत्र के बारे में बताते हुए मध्यस्थता कार्यक्रम, राजस्थान पीड़ित प्रतिकर स्कीम, 2011, राष्ट्रीय लोक अदालत, निःशुल्क विधिक सहायता आदि के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की।
श्री नारायण लाल तेली, चीफ एल.ए.डी.सी.एस द्वारा राल्सा एवं नाल्सा की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा श्रीमती ऋतु शर्मा, असिस्टेंट एल.ए.डी.सी.एस द्वारा संविधान में नागरिकों को प्रदान किये गये मूल अधिकार और उनके ऊपर अधिरोपित कर्तव्यों के बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्त में पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स से परिचर्चा की गई एवं उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।