के के सनाढय नाथद्वारा
नाथद्वारा राजसमन्द जिले की ऐतिहासिक राजसमंद झील के संरक्षण और संवर्धन के लिए जनजागरण को समर्पित राजसमंद झील महोत्सव का भव्य आगाज हुआ।ढोल नगाड़े की गगनभेदी आवाज के साथ झील की देवी के रूप में विख्यात घेवर माता पूजन वेद पाठी पंडितों के मंत्रोचार के साथ हुई ।
आयोजन समिति के प्रमुख गणेश पालीवाल व समिति के सदस्यों ने घेवर माता के सामूहिक पूजन के बाद सर्व समाज की 101 कन्याओं को शक्ति के रूप में आमंत्रित कर आयोजन की सफलता के लिए पंडित प्रकाश पालीवाल द्वारा मंत्रोचार के बीच राजसमंद झील के जल से उनके चरण प्रक्षालित कर उनका पूजन किया व भेट प्रदान की।पांच दिवस तक होने वाले इस आयोजन के प्रथम दिन राजसमंद झील के किनारे 101 कन्याओं को सामूहिक भोजन करवा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान राजसमंद झील का किनारा उपस्थित भक्तों द्वारा घेवर माता के जयकारों से गूंज उठा।
कन्या पूजन के अवसर हिम्मत जी कुमावत मोहन जी कुमावत नर्बदाशंकर पालीवाल धीरज पुरोहित भेरुजी नन्दवाना विनोद जोशी आशीष पालीवाल चेतन कुमावत प्रहलाद सिंह जी रामजी कुमावत प्रदीप खत्री कमलेश जी कोठारी योगेश पुरोहित रिंकू भाई लक्ष्मीनारायण जी आमेटा राकेश जी आमेटा रोशन सालवी निखिल मिश्रा विनय पालीवाल शुभम पालीवाल मितेश पालीवाल सविता जी सनाढ्य पूर्णिमा जी रीना कुमावत जया माली सीता पालीवाल ललिता दवे शकुंतला बागोरा गायत्री दवे वंदना दवे विमला पालीवाल मीना पालीवाल ममता पालीवाल रानी पालीवाल सहित कई झील प्रेमी व श्रद्धालु उपस्थित थे इसी क्रम में कल होगी झील की सफाई एवं वृक्षारोपण झील महोत्सव के आयोजन के तहत दूसरे दिन झील की सफाई व वृक्षारोपण का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें शहर के झील प्रेमी झील की सफाई कर स्वच्छता का संदेश देंगे साथ ही पर्यावरण प्रेमी वृक्षारोपण करेंगे ।गणेश पालीवाल ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध इस झील को स्वच्छ रखना हमारी प्राथमिकता में है वही वृक्षारोपण के लिए सैकड़ों फलदार पौधे लगाए जायेंगे