बैठक में संरक्षा को सुदृढ़ करने पर विचार-विमर्श।
फुलेरा (दामोदर कुमावत) उत्तर पश्चिम रेलवे के सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के कार्यां की समीक्षा बैठक सोमवार को आयोजित की गई। यह बैठक उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता पुनीत चावला की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि समीक्षा बैठक में चावला ने ट्रेन परिचालन में संरक्षा और निर्धारित प्रक्रियाओं के कड़ाई से अनुपालन पर विशेष जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने संरक्षा में और सुधार के लिए आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता से संबंधित विषयों पर जोर दिया। उन्होंने वर्ष 2023-24 के लिए स्वीकृत निर्माण कार्यों के त्वरित निष्पादन के निर्देश दिए। उन्होंने उत्तर पष्चिम रेलवे के सिगनल और दूरसंचार विभाग की विभिन्न फील्ड इकाइयों के प्रदर्शन की समीक्षा की।
तथा विभिन्न लक्षित कार्यों के साथ-साथ नए स्वीकृत कार्यों की जानकारी ली और विभिन्न कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिग्नलिंग और दूरसंचार अधिकारियों को अधिकाधिक निरीक्षण करने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आधुनिक उपकरणों के रखरखाव के लिए कर्मचारियों को सभी आवश्यक इनपुट और प्रशिक्षण प्रदान किए जाएं।
वित्त वर्ष के दौरान सिगनल और दूरसंचार विभाग को संरक्षा वृद्धि और विष्वस नीयता सुधार कार्यों के लिए 400 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया है। इस वर्ष उत्तर पश्चिम रेलवे पर लाइन क्षमता और थ्रूपुट में सुधार करने के लिए, 151 किमी से अधिक स्वचालित सिगनलिंग का कार्य प्रगति पर है।
इसके साथ ही कवच प्रणाली के सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है और कवच और एलटीई की बैक बोन के रूप में 3000 ट्रैक किलोमीटर की लंबाई के लिए ओएफसी केबल बिछाने के लिए निविदा आमंत्रित की गई है। बैठक में उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय के सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष और सभी मंडलों के सिग्नलिंग और दूरसंचार अधिकारी, परियोजना इकाई, निर्माण, रेलवे विद्युतीकरण, गति शक्ति इकाइयां और रेलटेल संगठन ने भाग लिया। सीएसटीई/मुख्यालय, अशोक मौर्य, सीएसटीई/डी एंड डी, अमित जैन, मुख्य संचार अभियंता, अनुराग गोयल, मुख्य सिगनल इंजीनियर, राजमल खोईवाल, अजमेर, बीकानेर, जयपुर और जोधपुर डिवीजनों के वरिष्ठ मंडल सिगनल और दूरसंचार इंजीनियर और मुख्यालय और फील्ड इकाइयों के सभी उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियरों ने भाग लिया।