देखेगे ठाकुरजी के राग भोग श्रृंगार के लिए साधन, सुविधा व्यव्स्था के साथ मर्यादा,परम्परा,कापूरा ध्यान।
श्री विशाल बावा ने तिलकायत श्री की ओर से श्री भारत भूषण व्यास को प्रदान किया नियुक्ति पत्र।
ब्रजवासी सेवा वालो को बंधी आस होगा कुछ खास ।
नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा मन्दिर में तिलकायत महाराज श्री की आज्ञानुसार व विशाल बावा साहब के दिशा निर्देश मे श्रीनाथ जी मन्दिर में आने वाले दर्शनार्थियो, वैष्णव, जन के लिए समय की मांग के अनुसार व्यवस्थाओं में आधुनिक साधन सुविधाओं से युक्त नव निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है ।
जिसके चलते नाथद्वारा नगर में तिलकायत महाराज श्री की आज्ञानुसार स्कूल, कॉलेज कॉटेज, धर्मसालाओ, बाग, बगीचे, गौ शाला, सहित जनहित मे वल्लभ कुल परिवार द्वारा कई कार्य सदीयो से करवाए जाते रहे जो आज तक निरंतर जारी है उसी क्रम में आज वर्तमान समय में तिलकायत महाराज श्री की आज्ञानुसार व विशाल बावा साहब के दिशा निर्देश मे सदियो पूर्व ठाकुरजी के बृज से मेवाड़ पधारे उस वक्त पर तत्कालीन मेवाड़ महाराणा ने ठाकुरजी के राग भोग श्रृंगार नियमित रूप से सेवा हो उसके लिए हजारों बीघा जमीन बाग बीड, खेत खलिहान, गौ शालाओ का निर्माण करवाया गया
जिसके चलते ठाकुरजी को किसी तरह की तकलीफ, समस्या का सामना नहीं करना पडे व तिलकायत परिवार को सेवा पूजा में व्यवधान नहीं हों उसके लिए ठाकुरजी के साथ आए ब्रजवासियों को तत्कालीन महाराणा द्वारा सदियो पूर्व साधन सुविधा व्यव्स्था उपल्ब्ध करवाई जिसको आज तक साथ आए ब्रजवासियों द्वारा मर्यादा परम्परा अनुसार राग भोग श्रृंगार की सेवा गुसाईजी द्वारा सेवाक्रम निधारित किया गया उसको आज तक ब्रजवासीयो द्वारा तिलकायत महाराज श्री की आज्ञानुसार नियमित रूप से अगीकार करवाया जा रहा है। उक्त संदर्भ में ब्रज वासी सेवा वालो ने तिलकायत महाराज श्री के मंदिर के प्रथम चीफ एडमिनिस्ट्रेटर भारत भूषण व्यास जी द्वारा मंदिर की सारी राग भोग श्रृंगार, साधन सुविधाओं, व्यवस्थाओ के साथ ठाकुरजी के साथ आए ब्रजवासियों को जिनको आज भी इक्कीस सो रूपयो में अपना जीवन यापन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है, जिनकी सुनने वाला कोई नहीं है, उक्त संदर्भ में भारत भूषण जी को अवगत करवाया गया की सदियों से ठाकुरजी की सेवा ब्रजवासियों द्वारा मर्यादा परम्परा अनुसार राग भोग श्रृंगार की नियमित रूप से सेवा अगीकर करवाई जा रही है , उनके हालत बद से बदतर है,जबकि इधर मंदिर मंडल बोर्ड गठन होने के पश्चात कर्मचारियो को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सारी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और इधर सदियो से साथ आए ब्रजवासियों को आज भी दो हज़ार सो रूपये में अपना जीवन यापन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है, क्या उनके लिए भी भारत भूषण जी द्वारा कोई ठोस कार्रवाई कर ठाकुर जी के साथ आए ब्रजवासियों को भी राज्य सरकार द्वारा चुतर्थ श्रेणी कर्मचारी को दिए जाने वाला जितना वेतन तो ब्रज वासी सेवा वालो को दिलवाया जाएगा ऐसी आशा इन नव नियुक्त अधिकारी भारत भूषण जी से बनी है। जिनका आभा मण्डल बताया जा रहा है कि जिनके द्वारा देश में कई उच्च पदो पर रहते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं, क्या ठाकुरजी के साथ आए सेवा वालो ब्रजवासियों के लिए भी कोई ?