उत्तर पश्चिम रेलवे ने बजट लक्ष्यों का लगभग48 % किया खर्च
फुलेरा (दामोदर कुमावत)
भारत के बड़े केन्द्रीय उपक्रमों में बजट लक्ष्यों को प्राप्त करने में भारतीय रेलवे अग्रणी है। भारतीय रेल ने अप्रैल से अगस्त माह तक की अवधि में 2.44 लाख करोड़ रूपये के सालाना लक्ष्य में से 1.13 लाख करोड़ रूपये (46.6 प्रतिशत) खर्च कर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अप्रैल से अगस्त माह तक सालाना बजट लक्ष्यों का लगभग 48 प्रतिशत खर्च किया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के लिए 2023-24 में रेल बजट 2009-2014 के औसत रेल बजट के मुकाबले 14 गुणा स्वीकृत किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक विजय शर्मा के कुशल नेतृत्व में इस रेलवे पर आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने एवं बेहतर यात्री सुविधाओं के कार्य बड़े पैमाने पर लक्ष्या नुसार समय सीमा में पूर्ण किये जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2023-24 में आवंटित कुल बजट 8637 करोड़ रूपये में से अगस्त माह तक 47.5 प्रतिशत अर्थात् 4103 करोड़ रूपये व्यय किये गये है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर इस वित्तीय वर्ष में अगस्त माह तक नई रेल लाईन निर्माण पर 418.73 करोड़ (48.6ः), दोहरीकरण पर 168.87करोड़(49.61%), यातायात सुविधा पर 86.61 करोड़ (66.67%), ट्रेक नवीनीकरण पर 220.16 करोड़(42.34%) मशीनरी एवं प्लांट पर 7.79 करोड़ (51.02%) सहित स्टॉफ कल्याण पर 10.24 करोड़ (76.59%) खर्चा किया गया है।
कैप्टन शशि किरण ने बताया कि महाप्रबन्धक विजय शर्मा ने उच्चा धिकारियों को यात्री सुविधा एवं विकास कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही रेल यात्रियों की संरक्षा एवं सुरक्षा के कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण करने पर बल दिया है।