मर्ज से पहले मरीज दे रहे दर्द की परीक्षा
राजकीय चिकित्सालय पर सरकारी आदेशों की उड़ रही धज्जियां,कर रहे मनमानी।
फुलेरा (दामोदर कुमावत) कस्बे के उप जिला स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को हर रोज अग्नि परीक्षा देनी पड़ रही है, चिकित्सकों को दिखाने से पहले मरीजों को पर्ची कटवाने की जंग लड़नी पड़ती है।
गंभीर मरीजों एवं प्रसूता महिला के लिए यह पर्ची कटवाना नए जीवन को प्राप्त करने के बराबर है, इसका जीता जागता उदाहरण है कि कई बार मरीज चक्कर खाकर गिर जाते हैं तो कई बार पर्ची वाले को गुहार लगाते हुए नजर आते हैं। गौरतलब है कि चिकित्सालय में प्रवेश द्वार के पास ही बनी पर्ची विंडो आगमन करते प्रभारी चिकित्सकों को देखने के बाद भी अनदेखी करना यहां के चिकित्सा प्रभारियों की आदत बन चुकी है। सूरज आग बरसा रहा है और मरीज कतारो में दर्द से कराह रहे हैं आलम यह है कि जब तक पर्ची कटती है तब तक मरीज बेहाल हो जाता है ।
घंटों लाइन में खड़ा रहने के बाद किसी तरह पर्ची हाथ में आ भी जाए तो डॉक्टर तक पहुंचने में फिर से कतार में खड़ा होकर जूझना पड़ता है जिनके कारण इलाज मिलने से पहले ही मरीज बेहाल हो जाता है । दरअसल मौसमी बीमारियों के चलते मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। मरीजों की संख्या में इज़ाफ़ा होने से पर्ची काउंटर से पर्ची कटाने में ही मरीजों की सांसे फूल रही है। कहने को तो उप जिला स्वास्थ्य केंद्र में दो पर्ची काउंटर है। इसे अस्पताल प्रशासन की हट धर्मी कहीं जाए या मनमानी जिस के चलते अस्पताल में एक ही काउंटर से मरीजों को पर्ची काटी जा रही है। जबकि यहां चिकित्सा विभाग ने दो काउंटरों पर पर्ची काटने के लिए आदेश जारी किए हुए हैं। ऐसे में मरीजों को पर्ची लेने में ही घण्टो इंतजार करना पड़ता है।