(बाबूलाल सैनी) पादूकलां।कस्बे में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर शुक्रवार को महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा गाजे बाजे के साथ कथा स्थल से शुरू होकर तालाब की पाल स्तिथ सूरजपुरी बाबो सा मंदिर पहुंची। जहां पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की गई।
मुख्य यजमान रणवीर सिंह शेखावत धर्मपत्नी ने सिर पर भागवत पुस्तिका लिए हुए यात्रा में श्रद्धालुओं के साथ चल रहे थे। कथा का आयोजन 5 अक्टूबर तक होगा। भंवर राघवेंद्र सिंह शेखावत की स्मृति में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करवाया जा रहा है। कथा व्यास पंडित दिनेशानंद महाराज ने अपने प्रवचनों में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत पुराण की जानकारी देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है।
कथा सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है।भागवत कथा सुनने का महत्व समझाया इस दौरान ठा.सा. इंद्र सिंह शेखावत,गणपत सिंह राठोड़ कु. रणवीर सिंह,शेखावत प्रताप सिंह शेखावत, प्रेम सिंह शेखावत गोपाल सिंह शेखावत, भं. शैलेंद्रप्रताप सिंह शेखावत, वीरेंद्रप्रताप सिंह शेखावत, ईश्वर सिंह शेखावत,श्रवण पाल सिंह शेखावत,गोविन्द सिंह,योगेंद्र सिंह राठौड़ शिवराज सिंह राठौड़ गुलाब सिंह रियाबंडी, नरपत सिंह, कल्याण सिंह,बस्तीराम प्रजापत, नटवरलाल काबरा,चेनारामभाटी,रामसिंह राठौड़ शंभू सिंह मोरा, गोविन्द सिंह,अशौक प्रजापत पंडित मधुसूदन दाघिच,महेश दाघिच,अंकित दाघिच सहित महिलाऐ,पुरुष युवा शक्ति गणमान्य नागरिक मौजूद रहे ।