नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ उत्सव मनोरथ आयोजन की पावन नगरी नाथद्वारा नगर में आज मेवाड़ का सुप्रसिद्ध आदिवासी खेल गवरी का आयोजन आज नगर के वार्ड नंबर एक मे मेवाड़ के धायला गांव की सुप्रसिद्ध गवरी मंचन हुआ जिसमे आदिवासी कलाकारो द्वारा कई किरदार निभाया
जिसमे प्रमुख रुप से मीणा बंजारा, रायबुडिया, सेठ सेठानी बादशाह, नजीर हटत्या, हाथी की सवारी, शेर, सहित कई हसी मजाक के किरदार निभाया जिसको देखने के लिए दर्सको का सैलाब उमड़ पड़ा , प्राप्त जानकारि के अनुसर गवरी शिव पार्वती से संबंधित खेल है जिसमे आदिवासी, भील समाज द्वारा चालीस दिन तक इस अयोजन को गवरी मंचन के रूप में मनाते हैं जिसमे इनको चालीस दिन तक एक परम्परा अनुसार हरि सब्जी, नही खाते हैं
जमीन पर सोना, एक टाइम खाना, ब्रह्मचार्य का पालन करना, घर से बाहर रहकर गांव सहित, जिस गांव की घवरी उठती उस गांव की बहन बेटी जिस गांव में रहती है वह जाकर घवरी मंचन की जाती है, साथ ही चालीस दिन पूरे होने पर अंतिम दिन गवरी का गला वन बलाबन किया जाता है जिसमे पुरा आदिवासी समाज द्वारा पेरावनी की जाति हे, मेवाड़ में जगह जगह भव्य गवरी मंचन किया जा रहा हैं जिसमें सैकड़ों ग्रामीण लोगो द्वार आनन्द लिया जा रहा है।