के के ग्वाल जी नाथद्वारा
पारंपरिक माहौल में हुए महागरबा रास मे थिरके बालक बालिकाएं, महिलाएं
नाथद्वारा(के के सना ढ य) उत्सव मनोरथ आयोजन की पावन नगरी, वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा नगर में लुप्त होती प्राचीन भारतीय संस्कृति में गरबा नृत्य की जगह डांडिया डांस के रूप में चलन बढ़ा जिसमें अश्लीलता के साथ ही फूवड पन का चलन होने से जैसी स्थिति में नगर के बुद्धिजीवी प्रबुद्ध वर्ग जागरुक, यूवाओ सहित जय भवानी ग्रुप के संयोजक परेश सोनी व प्रकाश सनाढ्य से जानकारी प्राप्त करने पर बताया की वर्तमान समय में प्राचीन।
पारंपरिक भारतीय संस्कृति में डांडिया डांस के नाम पर अश्लीलता, फिल्मी गीतों व फूहड़पन से हमारे पारंपरिक गरबा की छवि धूमिल होती जा रही है जिसको लेकर इस विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी में जय भवानी ग्रुप ने सादगी व परम्परा के साथ आयोजन करने की पहल की है। साथ ही इस प्राचीन भारतीय संस्कृति की ओर रुझान बड़े उसके लिए ग्रूप द्वारा बम्पर प्राईज में स्कूटी दी जायगी वही सभी विजेताओं को पारितोषिक दिये जायंगे । इस से पूर्व महोत्सव की शुरुआत माताजी के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर आरती के साथ की।
गरबा राउंड में भक्ति के गीतों पर कई राउंड हुए। इसमें बच्चे, युवतियां, युगल अपने आपको रोक नहीं पाए। शाम 7 बजे से शुरू हुआ गरबा 10 बजे तक जारी रहा। एंट्री के लिए पास ऑन द स्पॉट भी दिए गए। इसके बाद शुरू हुआ गुजराती बीट्स पर डांडिया जो रात 10 बजे तक चला। जिसमें आखिरी में ऑडियंस राउंड हुआ। पहले दिन प्रथम वर्ग में एक प्रतिभागी, द्वितीय में दो प्रतिभागी, तृतीय वर्ग में तीन प्रतिभागी, 21 बेस्ट डांसर व करीब 101 नन्हे मुन्ने बच्चों को पुरस्कार वितरण किए जाएंगे। 9 दिन तक अलग-अलग पुरस्कार वितरण किए जाएंगे।
इसके साथ ही 7 दिनों तक निरंतर वेशभूषा में गरबा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में से एक को बंपर पुरस्कार में स्कूटी दी जाएगी। गरबा रास के लिए एंट्री पास मंगलमूर्ति फर्नीचर नानी जी का बाग व श्रीजी प्रोटीन हाउस धीरज धाम के बाहर अहिल्या कुंड ले सकते हैं। कार्यक्रम में जय भवानी ग्रुप के संयोजक परेश सोनी, प्रकाश सनाढ्य, राजेश सोनी, जितेन्द्र सोमानी, कुणाल सोनी, लखन सोनी, विक्रम चौधरी, हेमंत पालीवाल, चंद्रशेखर पालीवाल, लोकेश धाकड़, चेतन पुरोहित, प्रवीण जोशी, शुभम सनाढ्य, नितीन त्रिपाठी, युवराज पालीवाल ने व्यवस्था संभालने में सहयोग किया।