शारदीय नवरात्रों की संपन्न हुई दुआ प्रथा, सप्तमी के दिन मां ब्राह्मणी को लगेगा प्रथम भोग

मेड़ता सिटी (नागौर)



संतोष शर्मा (भाया) को मिला मां को प्रथम भोग लगाने का आशीर्वाद

दुआ प्रथा देखने उमडा श्रद्धालुओं का सैलाब

ममता की मूर्ति और शक्ति स्वरूपा माता रानी के पावन शारदीय नवरात्र महोत्सव में मेड़ता रोड की मां ब्रह्माणी मंदिर परिसर में दुआ प्रथा संतोष शर्मा के नाम उच्चारण के साथ संपन्न हुई।

अब सप्तमी के दिन संतोष कुमार के घर से बना भोग मां ब्रह्माणी को लगाकर श्रद्धालुओं के लिए माता को प्रसाद चढ़ाने का सिलसिला आरंभ होगा। आपको बता दें कि मां ब्रह्माणी को अमावस्या से लेकर छठ तक किसी प्रकार का प्रसाद भोग नहीं लगाया जाता है। छठ की रात्रि विद्वान पुजारी की उपस्थिति में संतोष कुमार के संग गुप्त हवन कर मां से सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त कर मां को मेहंदी लगाई जाएगी तत्पश्चात मेहंदी का प्रसाद श्रद्धालुओं में वितरित होगा ।

मां ब्रह्माणी मंदिर में संपन्न होने वाली इस चमत्कारी दुआ प्रथा के साक्षी बनने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु मेड़ता रोड मां ब्रह्माणी मंदिर पहुंचे । मंदिर प्रशासन द्वारा फूलों से मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया आधुनिकता को देखते हुए मंदिर परिसर में सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया।



*क्या है दुआ प्रथा*
ब्राह्मणी माता मंदिर में अमावस्या के दिन घट स्थापना कर प्रथम सात आरतियों के दौरान जिन श्रद्धालुओं को अदृश्य शक्ति द्वारा गर्भ गृह में बैठकर नवरात्र व्रत पूरा करने का अवसर प्रदान होता है। पंचमी की रात 10:00 बजे की महाआरती के दौरान अदृश्य शक्ति द्वारा आए भाव से सप्तमी के दिन मां को प्रथम भोग लगाने वाले भक्त का नाम उच्चारण की क्रिया को दुआ प्रथा कहा जाता है।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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