लक्ष्मणगढ़ विधानसभा चुनाव सियासी वजूद का परिक्षण या राजनैतिक ताकत अहसास



लक्ष्मणगढ़ राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे ज्यादा चर्चित और हाॅट सीट यदि मानी जा रही है तो वो है लक्षमनगढ विधानसभा क्षेत्र की। जहां दल से ज्यादा व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप के लग रहें हैं।
लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र की सीट महत्वपूर्ण महज पीसीसी चीफ चुनाव लड रहे हैं इस नाते नहीं बल्कि अन्य कारण भी है जो मीडिया की सुर्खियां के साथ पक्ष विपक्ष के आरोप प्रत्यारोप व स्पष्टीकरण से भी है । लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव तो गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जबकि सुभाष महरिया भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि प्रतिष्ठा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की भी जुड़ी है। किस कारण जुड़ी है जिसकी वजह से राजनीति के जानकार भली भांति परिचित हैं। हालांकि डोटासरा व महरिया दूसरी बार आमने-सामने चुनावी मैदान में हैं। इस पूर्व दोनों के बीच मुकाबला एक दशक पूर्व 2013 में हो चुका है।


विधानसभा क्षेत्र से दोनों ही प्रत्याशियों ने अपने अपने नामांकन दाखिल कर नामांकन सभा भी आयोजित कर चुके हैं तथा दोनों ही ओर सियासी ताकत का अहसास भी कराया। कौन भारी रहा यह चर्चा भी जोरों पर है। दावे अपने अपने हो सकतें आकलन का नजरिया भी अपना अपना हो सकता है। नामांकन सभा में नेताओं के साथ साथ दोनों प्रत्याशीयों ने एक दूसरे पर जमकर तंज़ कसे तों व्यक्तिगत आरोप लगाने से भी नही चुकें हैं । माना जा रहा है कि धीरे-धीरे चुनाव और अधिक रोचक होगा। भाजपा प्रत्याशी सुभाष महरिया ने 2 नवंबर को नामांकन दाखिल कर पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नामांकन सभा की । उक्त सभा की भीड का वीडियो समर्थकों ने वायरल किया ।मीडिया में कवरेज भी हुई और 3 नवंबर को कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह डोटासरा ने नामांकन दाखिल कर नामांकन सभा उसी स्थान पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में की जिसमें आई भीड के वीडियो भी उनके समर्थकों ने जारी किए तथा मीडिया की नजर भी टिकी थी । दोनों ही सभाओं को देखने के बाद यह कहा जा रहा है कि सियासी वजूद का परीक्षण हुआ या फिर राजनैतिक ताकत का अहसास कराया गया।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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