राजस्थान में एग्जिट पोल सर्वे में भारतीय जनता पार्टी 5 साल के इंतजार के बाद फिर से सत्ता में लौटती दिख रही है जबकि पार्टी के अंदरुनी झगड़ों की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा है. एग्जिट पोल सर्वे में कहा गया है कि राजस्थान की महिलाओं ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है जबकि सवर्ण और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया जिस वजह से पार्टी सत्ता में लौट रही है.
प्रदेश में 200 सदस्यीय विधानसभा में 199 सीटों पर कराए गए चुनाव बाद सर्वे में बीजेपी को 100 से 110 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. जबकि कांग्रेस 90 से 100 सीटों पर सिमटती दिख रही है. चुनाव में बीजेपी को करीब 42 फीसदी वोट मिले हैं जिसमें सवर्णों और ओबीसी वोटर्स का अहम रोल रहा है.
59 फीसदी सवर्णों का वोट बीजेपी को
सर्वे के अनुसार, राजस्थान में सवर्णों में 59 फीसदी वोटर्स ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया है जबकि कांग्रेस को महज 27 फीसदी वोट ही मिले हैं. जहां तक महिला वोटर्स का सवाल है तो कांग्रेस उनकी पसंदीदा पार्टी रही है. महिलाओं में से 43 फीसदी वोटर्स ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किए हैं. जबकि 38 फीसदी महिलाओं ने बीजेपी के लिए वोट किया. इसी तरह पुरुष वोटर्स की देखें तो 46 फीसदी ने बीजेपी के लिए वोट किया, जबकि 37 फीसदी पुरुष वोटर्स कांग्रेस के पक्ष में गए.
जातिगत आधार पर पड़े वोटों के सर्वे के आधार पर कहा जा सकता है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वोटर्स कांग्रेस के समर्थन में थे तो अगड़ी और ओबीसी वोटर्स बीजेपी के साथ गए. अनुसूचित जाति के 47 फीसदी वोटर्स ने तो अनुसूचित जनजाति के 44 फीसदी वोटर्स ने कांग्रेस के लिए वोट किया. अनुसूचित जाति के 35 फीसदी वोट और अनुसूचित जनजाति के 36 फीसदी वोट बीजेपी के लिए पड़े.
बीजेपी को 23% वोट मुसलमानों का
इसी तरह ओबीसी वोटर्स में 46 फीसदी वोटर्स बीजेपी के साथ गए तो अगड़ी जाति के वोटर्स में से 59 फीसदी वोट बीजेपी के ही पक्ष में पड़े. अगर मुस्लिम वोटर्स की बात करें तो 59 फीसदी वोट कांग्रेस को मिले तो बीजेपी को भी 23 फीसदी वोट मिले. यहां युवाओं के वोट बीजेपी को मिले हैं. राजस्थान में इस बार 199 सीटों पर वोटिंग कराई गई है जिसका परिणाम 3 दिसंबर को आने वाला है. एक सीट पर उम्मीदवार के निधन के बाद यहां पर चुनाव स्थगित कर दी गई थी.