के के ग्वाल जी नाथद्वारा
नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा मन्दिर में आज हर वर्ष की भाती इस वर्ष भी तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा से श्रीनाथजी बावा के साथ ब्रज से आए ब्रजवासियों का सेवा वालो स्थानांतरण किए गए इस अवसर पर सेवा वाले ब्रजवासियों ने बताया कि सदियों पहले मेवाड़ में ठाकुर जी पधारे उस समय तत्कालीन महाराणा ने ठाकुर जी के राग भोग श्रृंगार सेवा नियमित हो उसके के लिए हजारों बीघा भूमि बाग बीड खेत खलिहान गौ , गौशाला निमार्ण कर साथ आए ब्रजवासियों को दिया
व नियमित सेवा पूजा अर्चना सुचारू रूप से निरंतर जारी रहे उसके लिए तिलकायत महाराज श्री द्वारा गुसाईं जी द्वारा निर्धारित सेवा क्रम को क्रियान्वित करने हेतू, साथ आए ब्रजवासियों में प्रमुख सनाढय, गुर्जर, गोरवा, जाट, लोधा, बृजवासी नाई, उनके हिसाब से सेवा कार्य दिया गया, जो क्रम आज तक निरंतर जारी है, जिसके चलते आज तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा अनुसार, वल्लभ कुल दीपक,। आधुनिक विकास के प्रणेता चिरंजीव युवराज विशाल बावा साहब ने प्रसादी भण्डारी, कीर्तनया गली जमादार,नाथूवास गो शाला के हेड ग्वाल, ओडन ,बगोल, गौशाला के साथ ही मंदिर सीघा में दुध घर, फूल घर, पान घर, पातल घर, खासा भण्डार, घी गरीया कुबेर का पोलियो, खांड घरीया लालन श्रीनाथजी मन्दिर के जापटीया के साथ परछने का मुखिया का स्थांनातरण किया गया व सभी सेवा में आने वाले ब्रजवासियो, व सेवा से उतरने वाले सेवा वालो को आशीर्वाद प्रदान किया व सभी सेवा वाले ब्रजवासियों में विश्वास जताया कि सभी सेवा वाले ब्रजवासियों मंदिर मर्यादा परम्परा अनुसार आने वाले दर्शनार्थियो वैष्णव जन को सहज भाव से साधन सुविधा व्यव्स्था उपल्ब्ध करवाए इस पर सभी सेवा वाले ब्रजवासियों ने विशाल बावा साहब को विस्वास दिलाया कि आने वाले दर्शनार्थियो वैष्णव जन को सहज भाव से साधन सुविधा व्यव्स्था उपल्ब्ध करवाई जाएगी। इस अवसर पर श्री कृष्ण भण्डार के अधिकारी सुधाकर शास्त्री, समाधानी दिनेश मेहता, उमंग मेहता, भारत भूषण व्यास, मुख्य निस्पादन अधिकारी कैलाश चन्द्र शर्मा, एलडी पुरोहित, परछना मुखिया कृष्णकांत सहित सेवा वाले मोजूद रहे।