मंदिर परंपरा अनुसार जाडिया बांध कर करनी होगी सेवा। विशाल बावा साहब
नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा मन्दिर में आज तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा अनुसार पुष्टी मार्ग की प्रधान पीठ नाथद्वारा मन्दिर में सदियों पूर्व ठाकुरजी की सेवा के लिए वल्लभ कुल के प्रमुख गुसाईं द्वारा ठाकुरजी के राग भोग श्रृंगार के लिए सेवा क्रम निर्धारित किया गया
जिसके चलते आज तक ठाकर जी के द्वारा निर्धारित सेवा क्रम चलता आया है जिसके चलते प्रति दिन प्रातः से साय काल तक सेवा तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा अनुसार चल रही है, जिसको लेकर आज समय अनुसार बदलाव आया है जिसको लेकर वल्लभ कुल दीपक आधुनिक विकास के प्रणेता चिरंजीव युवराज विशाल बावा साहब द्वारा सदियों पूर्व सेवा सामग्री सिद्ध करने वाले सेवा घरों में प्रमुख बाल भोग, अन्नकूट रसोई, सकड़ि रसोई, फूल घर पान घर, खासा भण्डार, चरनामत गृह, शाक घर, खांड घर, दूध घर, ध्वजाजी अगासी, कमल चोक अनार चोक गोर्वधन पूजा चोक सहित समाधान विभाग को समय की मांग अनुसार आधुनिक साधन सुविधाओं युक्त निर्माण कार्य करवाया गया जिसके चलते आज किसी भी वैष्णव को किसी भी प्रकार। की समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा है, जिसके चलते देश भर से आने वाले दर्शनार्थियो वैष्णव जन द्वारा दर्शन के साथ मन्दिर व्वयस्था को लेकर वल्लभ कुल का आभार व्यक्त किया जा रहा है, साथ ही आज के आधुनिकता के दौर में ठाकुरजी के शुद्धता, पवीतरता, मर्यादा, परम्परा कायम रखने के लिए परम् भग्वतीय, वल्लभ कुल दीपक विशाल बावा साहेब द्वारा तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा अनुसार मंदिर में सभी सेवा घरों में गुसाईं जी द्वारा निर्धारित सेवा क्रम में फूल घर पान घर खासा भण्डार साग घर, मिश्री घर, बाल भोग, सकडी रसोई, दूध घर सहित सभी फूल पान सब्जी दूध बेचने वाले लोगो को गुसाईं द्वारा निर्धारित सेवा प्रणाली से शुद्धता को लेकर हर इक सेवा वालो को को मुंह पर जाड़ीया बांधना आवश्यक होगा।