रूण फखरुद्दीन खोखर
फिजूल खर्ची रोको, शिक्षा की तरफ कदम बढ़ाओ
रूण-आज के दौर में शिक्षा का सबसे ज्यादा महत्व है, बिना शिक्षा मनुष्य पशु के समान होता है इसीलिए हमें हर हाल में अपने बच्चों को शिक्षा की और जोड़ने में पहल करनी चाहिए । यह विचार रूण में एक शादी समारोह के आयोजन में मौलाना शमसुद्दीन मकराना ने कहे इसी प्रकार इन्होंने कहा की शादी समारोह के मौके पर आजकल के दौर में नाच गान का प्रचलन ज्यादा बढा है, इसीलिए हमें फिजूल खर्ची को रोकना चाहिए और यही पैसा शिक्षा में खर्च करना चाहिए तभी समाज आगे बढ़ेगा ।
इसी प्रकार इन्होंने कहा कि हर समाज में बुराइयां होती है मगर इन बुराइयों व सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए मौजीज लोगों को आगे आना जरूरी है ,यह कार्य तभी पूरा होगा जब हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे ,विशेषकर महिला शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए हमें दीन की पढ़ाई के साथ-साथ हिंदी अंग्रेजी की पढ़ाई करनी चाहिए अगर एक भी लड़की पढेगी तो दो घर खुशहाल हो जाएगें। इस मौके पर इन्होंने समाज में फैली कई बुराइयों को विस्तार से बताया और कहा कि इन पर लगाम लगानी बेहद जरूरी है। इसी प्रकार इन्होंने मोबाइल को कम से कम काम में लेने की सलाह दी।
इसी प्रकार पांच वक्त अल्लाह की बारगाह में नमाज पढ़ कर आप जो भी दुआ मांगेंगे वह आपकी कबूल हो जाएगी। इस मौके पर नात ख्वां नौशाद आलम अशरफी ने एक से बढ़कर एक नातें सुना कर माहौल को नूरानी बना दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन मौलाना हसनअली ने किया । रात्रि 11.30 बजे तक चले इस जलसे में अंत में सिनी (प्रसादी)बांटकर देश में अमन चैन शांति खुशहाली की दुआएं मांगी गई । इस मौके पर मौलाना अरबाब आलम, मौलाना इकरामुद्दीन ,मौलाना राशीद, मौलाना अब्दुल सुभान , दावत-ई-इस्लामी के हाजी अनवर अली,अब्दुल रशीद मुल्लाजी ,सिकंदर अली, शेर मोहम्मद , फखरुद्दीन,कमालुद्दीन, मोहम्मद रफीक ,तारीफ अली ,परवेज अली ,बिलाल सहित काफी संख्या में मोहल्लेवासी उपस्थित थे।