गरीब महिला की खुशी का नहीं रहा ठिकाना
रूण-बस स्टेशन रूण पर स्थित एक मेडिकल की दुकान पर लगभग 3 साल पहले एक महिला का इसी दुकान से दवाई लेते हुए बटूआ गिर गया था, लेकिन आनन फानन में वह महिला बस में बैठकर चली गई। मेडिकल फार्मासिस्ट ने सीसीटीवी कैमरे में उसे महिला की तस्वीर को देख लिया और सोशल मीडिया पर इस बटुआ का खूब प्रचार प्रसार किया,
लेकिन अनपढ़ बुजुर्ग महिला यह संदेश नहीं देख पाई ऐसे में लगभग 3 साल बाद यही महिला वापस इसी दुकान पर दवा खरीदने आई तो दुकानदार ने सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पहचानते हुए उसको पूछा कि आपका कोई बटूआ गिरा क्या तो उसने कहा हां गिरा था मगर उस बात को 3 साल हो चुके हैं तो फार्मासिस्ट मादाराम डूकिया ने
बटुए की पहचान पूछकर उस बुजुर्ग महिला को सौंपा तो बटुआ पाकर महिला की आंखों में खुशी से आंसू आ गये और बोली कि इमानदारी अभी जिंदा है और फार्मासिस्ट को ढेरों दुआएं दी।