रूण फखरुद्दीन खोखर
रूण श्रीमद् भागवत कथा में दो के निधन पर दी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
रूण-इंसान को जीवन में कभी भी किसी बात का घमंड नहीं करना चाहिए, जीवन क्षणभंगुर है कभी भी मौत आ सकती है ,एक दिन में छाया भी तीन बार ढलती है इसीलिए ईश्वर का दिया लिया सब कुछ होने पर उसका एहसान मानना चाहिए और जीवन का सदुपयोग करना चाहिए।
यह विचार गांव रूण के देवासियों के आथूणा बास पाबूजी महाराज मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक पंडित रामकिशोर दाधीच उर्फ काजू महाराज ने कहे, इस दौरान कथा शुभारंभ के पहले गांव रूण के युवा भुंडाराम देवासी और सेकंड ग्रेड शिक्षिका भाग्यश्री शर्मा का आकस्मिक निधन होने पर 2 मिनट की अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी गई। इन्होंने कहा कि इंसान को समय-समय पर ईश्वर की भक्ति में आगे रहना चाहिए, खाली हाथ आया है बंदा और खाली हाथ ही जाने वाला है, इन्होंने कहा कि किस्मत वालों को ही श्रीमद् भागवत कथा सुनने को मिलती है, श्रीमद् भागवत कथा के सुनने मात्र से ही जीवन का कल्याण हो जाता है।
इन्होंने कहां की आज के दौर में मोबाइल की वजह से युवा पीढ़ी भटक गई है, मोबाइल सदुपयोग का साधन है मगर इसका दुरुपयोग होने से तरह-तरह के नुकसान हर समाज को उठाने पड़ रहे हैं इसीलिए अपने बच्चों के मोबाइल पर ध्यान रखें ताकि कोई गलत कदम नहीं उठाएं। इस मौके पर इन्होंने हिरणाकश्यप और राजा बलि की कथा सुनाई। इस कथा में तरह तरह की झांकियां दिखाकर श्रद्धालुओं को संगीतमय भजनों पर नाचने के लिए मजबूर कर दिया।