रूण फखरुद्दीन खोखर
इबादतों का सिलसिला जारी
रूण-रमजान के दूसरे जुम्मे की नमाज गांव रूण सहित आसपास के गांवो में भी अदा की गई ,जिसमें सैकड़ो की संख्या में रोजेदार नमाजी शामिल हुए और इस दौरान गांव की मस्जिदें खचाखच भर गई।
इस मौके पर गांव रूण की मदीना जामामस्जिद के पेश इमाम मोहम्मद इकराम ने अपनी तकरीर में कहा कि रमजान महीने को तीन हिस्सों में बांटा गया है पहले 10 दिनों के हिस्से में रहमत(आमदनी) के लिए दुआएं की जाती है, अल्लाह नेक परहेज़गार नमाजी और रोजेदारों की दुआएं कबूल करता है,
इसी प्रकार 22 मार्च से रमजान महीने का दूसरा हिस्सा शुरू हुआ है जिसको उर्दू में मगफिरत(माफीनामा) का हिस्सा कहते हैं ,इस 10 दिनों में जो भी बंदा इबादत करके अपने जो भी अजाब (पाप) किए हुए हैं उनकी सच्चे दिल से तौबा करता है(माफी चाहता है)तो अल्लाह उसको माफ कर देता है।
इसी प्रकार 20 रोजे के बाद के बाकी हिस्से को जहन्नम (नरक) की आजादी से छुटकारा पाने वाला हिस्सा कहते हैं। इन्होंने आगे कहा कि हमें इस महीने को हल्के में नहीं लेना चाहिए हमें आलस को त्यागकर ज्यादा से ज्यादा नमाजें पढ़कर, रोजे रखकर, कुरान शरीफ पढ़कर, गरीबों की सहायता करते रहना चाहिए।