रूण फखरुद्दीन खोखर
गांव रूण में लगाए परिंदों के लिए परिंडे
रूण- भीषण गर्मी में इंसान तो बोलकर ही पानी पी लेता है मगर बेजुबान पक्षी पानी की तलाश में प्राण त्याग देते है, मेरी दादी मां की प्रेरणा से मैंने यह कार्य शुरू किया है यह विचार गांव रूण में समाजसेवी दिनेश भाम्बू ने व्यक्त किये।
इन्होंने बड़ला चौक रूण और दरगाह रूण व अन्य जगहों पर पक्षियों के लिए परिंडे लगाने की शुरुआत करते हुए 21 परिंडे लगाए , इस मौके पर इन्होंने बताया कि जिलेभर पर ऐसे परिण्डे लगाने का हमारी टीम ने बीड़ा उठाया है। गांव रूण में इन दोनों जगहों पर इनके कार्य की सराहना की गई,
दिनेश भाम्बू ढाढ़रिया कला के नेतृत्व में बेजुबान परिंदों के पानी के लिए माटी से बने परिण्डे चुगा पात्र लगा रहे है,भाम्बू ने इस वर्ष 500 परिंडे लगाने का लक्ष्य रखा है और अब तक 250 परिंडे विभिन्न गांवो में लगा चुके हैं जहां भी इन्होंने परिंडे लगाए हैं वहां पर इन परिंडों में पानी डालने की जिम्मेदारी ग्रामीणों ने ली है।
इस मौके पर टीम के सदस्य जितेंद्र लामरोड़,सग्राम चोटिया,अजय खोजा व रूण के ग्रामीण यूनुस अली अलीमुद्दीन खोखर, अब्दुल रशीद पांडू, अकरम अली,शौकत अली खोखर, रशीद माइकल, लुकमान अली, फखरुद्दीन खोखर, जबार अली पांडू, खाजू मोहम्मद , रोशन अली ने नियमित पानी भरने व चुगा डालने का संकल्प लिया।