रूण फखरुद्दीन खोखर
रूण-निकटवर्ती गांव चिताणी में शनिवार को सत्संग का आयोजन हुआ । सत्संग आयोजन के पहले संत महात्माओं का महिलाओं और पुरुषों ने स्वागत सत्कार किया। इस मौके पर पुष्कर के संत परमानंद महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि अपनी काया का उद्धार करो तभी जीवन में सुधार होगा,
इस संसार में सब जीव जंतु दुखी है, लेकिन इंसान से ज्यादा कोई दुखी नहीं है, इंसान अपने दुख से इतना दुखी नहीं है जितना दूसरे का सुख देखकर दुखी है, हमें जिंदगी में कभी किसी जीव मात्र के लिए भी बुरा नहीं सोचना चाहिए तभी हम सुखी रह पाएंगे।
इस संसार में सिर्फ ईश्वर भक्ति ही साथ में चलने वाली है, इन्होंने आगे कहा कि गर्मी के इस मौसम में जीव जंतुओं और मनुष्यों के लिए पानी की सेवा करना सबसे बड़ा पुनित कार्य है, इसी प्रकार समय-समय पर हमें हमारे घरों में सत्संग कराते हुए महापुरुषों को बुलाना चाहिए इसी प्रकार माता-पिता की सेवा करते रहना चाहिए।
इस मौके पर इन्होंने और संत रामेश्वर महाराज गोटन और बाल संत निर्भयदास ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां दी और भजनों की व्याख्या करते हुए संसार का सार बताया । इस मौके पर चंदाराम सारण, भींयाराम, गेनाराम, पदमाराम, पीराराम, कानाराम गालवा, सुखाराम रायल, सुखराम, श्रीकिशन,राजेंद्र ग्वाला,प्रेमराम, मनफुलराम सैनणी,हरिराम इंदोकली बाबूराम रूण सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।