संगीताचार्य संत रामप्रकाश महाराज के सानिध्य में दादू मंदिर में विशाल आयोजन।
फुलेरा (दामोदर कुमावत) क्लासिक संगीत में पारंगत व संपूर्ण भारत में विख्यात संगीताचार्य संत स्व. बाबा भगवानदास की17वीं पुण्य स्मृति में सोमवार रात्रि को उनके अनुयाई एवं शिष्यों ने संगीत समारोह का भव्य आयोजन फुलेरा के श्रीराम नगर पावरहाउस रोड स्थित श्री दादू मंदिर पर रखा गया है जिसमें देश भर से जानी मानी संगीतज्ञ हस्तियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम के व्यवस्थापक धर्मेंद्र स्वामी ने बताया कि श्री श्री 1008 महाराज श्री रेवती रमन दास भादीपीठ मीठड़ी नागौर की उपस्थिति में तथा संगीता आचार्य एवं दादूमंदिर महंत श्रीश्री 108 संत रामप्रकाश महाराज के सानिध्य में शास्त्रीय संगीत सरिता बहाई, कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा भगवानदास के शिष्य उस्ताद बाबूखां ने राग यमन में श्री गणेश वंदना से किया। बाबा के शिष्य उ. भंवर खां ने मख मली आवाज में भक्ति रस छलकाया।
वहीं दिल्ली से बनारस घराने की प्रसिद्ध गायिका डॉ.अमृता दत्ता मजूमदार ने राग बिहाग में तीन ताल में निबंध खयाल व राग जोग एक ताल में प्रस्तुत किया। डॉ.अमृता ने राग पीलू में दादर, बनारसी कजरी, पारंपरिक चैती, झूला आदि की प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं का मनमोहा। कोलकाता से उ.अल्लारखा खा ने राग श्याम कल्याण में सारंगी वादन प्रस्तुत कर श्रोताओं को करतल ध्वनि करने पर मजबूर कर दिया।इस मौके पर भादी पीठाधीश्वर रेवती रमण महाराज ने भी राग दरबारी में ख्याल गायन प्रस्तुत किया। साबिर हुसैन की तबला संगति को भी श्रोताओं ने खूब सराहा, इस मौके पर कलाकार दिलीप खां, अब्दुल्ला खां, शकील खां, राजेंद्र डांगी, शेरखां, कोमल शर्मा तथा रफीक खां साहित अनेक कलाकारों ने प्रस्तुतियां देकर उपस्थित श्रोताओं का कार्यक्रम से जोड़ रखा।
कार्यक्रम व्यवस्थापक स्वामी धर्मेंद्र दास ने बताया कि कार्यक्रम में आसपास के सैंकड़ो लोगों ने शिरकत की जबकि संगीताचार्य श्री दादू मंदिर महंत संत राम प्रकाश महाराज ने बताया कि संगीत एक साधन है अध्यात्म और ईश्वर की कड़ी को जोड़ने में संगीत का बड़ा महत्व रहा है उन्होंने बताया कि बाबा भगवान दास फुलेरा ही नहीं अपितु देश के कई विख्यात प्रदेशों, नगरों में शास्त्रीय संगीत कला की छाप छोड़ी है, तथा देश में उनके शिष्य और अनुयाई आज भी इस कला में पारंगत है, उन्होंने सभी आए कलाकारों का स्वागत एवं अभिनंदन किया कार्यक्रम में दूर दराज व संगीत रसिया उपस्थित रहे।