कहीं झांकियां तो कहीं मन मोहक जीवंत झांकियों ने लुभाया लोगों को ।
फुलेरा(दामोदर कुमावत) नंद के घर आनंद भयौ जय कन्हैया लाल की …, वृंदा वन का कष्ण कन्हैया सबकी आंखों का तारा…, जैसे भजनों की मन भावन स्वर लहरियों के साथ जैसे ही भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ उपस्थित भक्त खुशी से झुम उठे।
सोमवार अर्ध रात्रि मंदिरो में भगवान श्री कृष्ण का प्राकट्य हुआ, श्रद्धालुओ से भीड भरे मंदिर में श्री कृष्ण जी के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। इससे पूर्व कस्बे के श्री राम नगर स्थित श्री उमा महेश्वर मंदिर में टी सीरीज गायक कलाकार कमलेश शर्मा एंड पार्टी द्वारा भजनों की मधुर स्वर लहरियों पर उपस्थित जन समूह श्रद्धालु झूम उठे,
उपस्थित लोगों ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विभिन्न एंव आकर्षक धुनों पर नृत्य करने से अपने आप को रोक नहीं सके। श्री उमा महेश्वर मंदिर पर भगवान गणेश, शिव पंचायत,वीर हनुमान जी एवं विराट शिवलिंग पर विशेष भव्य अलंकृत झांकियां सजाई गई, जो इस क्षेत्र में अपने आप में अनूठी कृतियां बनी हुई थी।
इसी प्रकार श्री राम नगर स्थित बोरा जी के भाड़ा में नन्हे मुन्ने बाल गोपालों ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर जीवंत झांकियां सजाई गई जो अपने आप में अनूठी थी। अर्ध रात्रि में श्री कृष्ण जन्म के अवसर पर महा आरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं को प्रसादी पंजीरी एवं पंचामृत वितरण किया गया।
चारों और कृष्ण जन्म की बधाईयों का दौर शुरू हो गया। सभी ने एक दूसरे को कृष्ण जन्म की बधाईयां दी। इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण के प्राकट्य के बाल रूपों की मनोरम झांकी सजाई गई। इसके बाद ठाकुरजी के विग्रह रूप की आरती उतारी। तत्पश्चात श्रद्धालुआें को पंजीरी एवं पंचामृत का प्रसाद वितरित किया गया। कस्बे के जानकी बल्लभजी का मंदिर, सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, कमला माता मंदिर बाग के बालाजी मोहनपुरा बालाजी रघुनाथ जी का मंदिर नरसिंह जी का मंदिर सहित कई मंदिरों में सोमवार को ही श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का भी आयोजन किया गया।
*घरों में भी मची रही कृष्ण जन्मोत्सव की धुम*: कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर सोमवार को शहर के विभिन्न मंदिरों के साथ-साथ घरों में भी उल्लास छाया रहा। सुबह से ही घरों में अपने लड्डू गोपाल के जन्मोत्सव को लेकर साज सजावट के साथ-साथ लड्डू गोपाल को नहलाने, नए वस्त्र पहनाने सहित विभिन्न झांकियां सजाई गई। इस अवसर पर घरों में ही श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का भी मंचन किया गया। ठाकुर जी के विग्रह रूप को पंचामृत अभिषेक कराकर मनोरम झांकी सजाई गई एवं केक काटकर जन्मदिन मनाया गया।