कस्बे में बाबा रामदेवजीकी निकाली गई शोभायात्रा। वहीं लवाजमें के साथ निकली तेजाजीकी बिंदोरी।
फुलेरा (दामोदर कुमावत ) कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो मे शुक्रवार को लोकदेवता बाबा रामदेव व वीर तेजाजी की जयंती हर्षोल्लास एवं मेले के रूप में मनाई गई।
हर वर्ष की भांतिभादवा माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को इन लोक पर्व पर श्रृद्दालु अपने अपने अराध्य देवो की सामुहिक रूप से पुजा अर्चना कर खुशहाली की कामना करते है। पीरों के पीर बाबा रामदेव जी की जयंती पर गंणगौरी बाजार स्थित बाबा रामदेव मंदिर पर नवमी की रात्रि को भव्य विशाल भजनों का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसी प्रकार नवमी की रात्रि को वीर तेजाजी महाराज की भव्य ज्योत के साथ जगह-जगह पर बिंदोरियां निकल गई जिसमें आस्था के लोक देवता तेजाजी महाराज की सेवा में ढोल मंजीरों पर बाबा की जय कारों के साथ शुक्रवार को सुबह से पूरे दिन भर श्रद्धालु ओं ने तेजाजी के पुआ,पकौड़ी, खीर, मालपुआ, नारियल आदि प्रसादी का भोग लगाया।
धीरे-धीरे शाम तक श्रद्धालु भक्तों एवं ग्रामीणों की एकत्रित भीड़ में श्री ठाकुर जी के मंदिर से गाजे बाजे,ढोल नगाड़े मंजीरे व लवाजमें के साथ तेजाजी के भक्त घोड़लों में छाया स्वरूप बिंदोरी लेकर तेजाजी की देवली स्थान पर पहुंचकर हजारों मेलार्थियों के समक्ष लोक देवता तेजाजी के घोडले ने जलती हुई अग्नि अपने हाथ पर रखकर ढोल नगरों की धुन पर एक पैर पर खड़े होकर अलौकिक दृश्य को देखने वाले मेलार्थियों ने जयकारों की गूंज से वातावरण को तेजाजी मय बना दिया इस मौके पर पंडित सत्यनारायण शर्मा, मोहनलाल कुमावत, राम अवतार महाराज, खेमचंद चौधरी ने अपनी सेवाएं दी। मेले में विशेष आमंत्रित अतिथिगण भी मौजूद रहे।