*पत्रकार बाबूलाल सैनी*
लक्ष्मणगढ़। शेखावाटी के लोगों ने देश व प्रदेश में अपनी प्रतिभा के दम पर अपने अपने क्षेत्रों में मिशाल कायम करते हुए अपनी काबीलियत के दम पर परचम लहराया है। ऐसी ही एक शख्सीयत है शेखावाटी के सुजानगढ़ के रहने वाले रामलाल कच्छावा है जिन्होंने राजस्थान, दिल्ली व हिमाचल प्रदेश में उधोग व व्यापार जगत के साथ साथ समाजसेवा के क्षेत्र में मिशाल कायम की है।
कहते हैं बहता पानी व उभरती हुई प्रतिभा अपना रास्ता खुद तय करते हैं। ऐसी ही प्रतिभा कच्छावा में भी बचपन से ही कूट कूट कर भरी हुई है। 10 जनवरी 1957 को सुजानगढ़ में जन्मे कच्छावा ने सबसे पहले छापर में नमक के कारोबार से अपने व्यवसाय की शुरुआत की तथा नमक के कारोबार के साथ ही इन्होंने सुजानगढ़ में इलैक्ट्रोनिक का कारोबार शुरू किया। उसके कुछेक सालों बाद में राजसमंद में मार्बल की माइन्स शुरू की इस दौरान जयपुर पहुंच कर राजस्थान की राजधानी में बैटरी का कारोबार शुरू किया ।
श्री कच्छावा ने व्यापार में कुछ अलग ही करने का मन बना रखा था और इसी जज्बे ने कच्छावा को अपने व्यापार को ऊंचाईयों तक पहुंचाया। जयपुर में कारोबार स्थापित कर हिमाचल प्रदेश पहुंचे जहां अपना कारोबार को शिखर पर पहुंचाया। इसी दौरान सेवा कार्यों से जुड़कर समाज के लिए अनुकरणीय कार्य करते हुए शिक्षा, चिकित्सा सहित अनेक कार्यों में अपनी भागीदारी निभाने में जूट गये । कच्छावा वर्तमान में महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान जयपुर के संरक्षक, महात्मा फुले सामाजिक शिक्षण संस्थान दिल्ली के उपाध्यक्ष, बालाजी स्टोरेज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, तथा राजस्थान स्टोरेज बैटरी ट्रेड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सहित अनेक पदों को सुशोभित कर रहे हैं। जयपुर के विघाधरनगर में महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान के लिए सरकार से जमीन आवंटन से लेकर वर्तमान में संस्थान के निर्माण में उधोगपति भामाशाह समाजसेवी रामलाल कच्छावा का सराहनीय, काबिले-तारीफ व अतुलनीय योगदान रहा है। इनके पुत्र पूनम चंद भी पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए व्यापार व सेवा के क्षेत्र में पिता के सारथी बनकर व्यापार व सेवा कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। पूनमचंद जहां पिताश्री के कारोबार को आगे बढ़ाने में जुटे हैं वहीं समाजसेवा के कार्यों में प्रदेश में अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं तथा महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान जयपुर के महामंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।