रूण फखरुद्दीन खोखर
खींवसर तहसीलदार मुवाल ने देखी व्यवस्थाएं और दी शुभकामनाएं
रूण-गांव रूण, भटनोखा, खजवाना, गागुड़ा,ग्वालू , शंखवास सहित आसपास के गांवों में ईद ए मिलाद उल नबी का त्योहार सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस्लाम धर्म के संस्थापक और आखरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्म दिवस के रूप में मनाए जाने वाले इस त्यौहार पर इन गांवो में रविवार शाम को हुजूर की शान में महफिल ए मिलाद के कार्यक्रम भी रखे गए, जिसमें नबी के बताए रास्ते पर चलने की हिदायत दी गई।
इसी कड़ी में गांव रूण में रात्रि में मिलाद शरीफ कार्यक्रम के बाद सोमवार सुबह बड़ला चौक से सभी मदरसों में पढ़ने वाले छोटे-बड़े बच्चों और मुस्लिम बंधुओ ने नए कपड़े पहनकर हाथों में झंडे लेकर जुलूस के रूप में रवाना हुए, जहां रास्ते में जगह-जगह सभी को मोहल्ले वासियों की ओर से लड्डू, बिस्किट बांटकर, खीर पिलाई गई।
इसके बाद सभी रूण बाबा मलंग शाह, बाबा बदरुद्दीन शाह की दरगाह पर पहुंचे और मौलाना साहब के सानिध्य में देश में अमन, चैन, शांति, खुशहाली और अच्छे जमाने की दुआएं मांगी गई और इस दौरान सभी मोहल्ले वासियों की ओर से दरगाह परिसर में सिनी के तहत हलवा और पकोड़े का इंतजाम किया गया। इसी प्रकार कई जनप्रतिनिधियों ने दरगाह परिसर में आकर मुबारकबाद दी।
*खींवसर तहसीलदार ने किया निरीक्षण, देखी व्यवस्थाएं*
खींवसर तहसीलदार महेंद्रसिंह मुवाल ने कुचेरा, खजवाना ,मुंडवा के बाद रूण में जुलूस का निरीक्षण किया और अच्छी व्यवस्था देखकर युवाओं को सराहा, इन्होंने इस मौके पर कहा कि त्योहार आपस में भाईचारा को बढ़ावा देते हैं और यह भाईचारा हमें कायम रखना चाहिए, इसके बाद इन्होंने दरगाह में अकीदत के फूल पेश करके दुआ मांगी और सभी को इस पर्व की शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर गांव रूण के मुस्लिम बंधुओ ने तहसीलदार का स्वागत सत्कार भी किया।