रूण फखरुद्दीन खोखर
श्रद्धालु जुलूस के रूप में पहुंचे रतना सागर तालाब
रूण-पंचायत समिति मूंडवा के गांव रूण, असावरी, इंदोकली,भटनोखा,ग्वालू, नोखा चांदावता,गागुड़ा सहित कई गांवो में 10 दिवसीय गणपति महोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी पर मंगलवार शाम को हुआ।
इस दौरान गांव रूण सहित आसपास के गांवो ,बस्तियों और मोहल्लो में मनाए जा रहे गणपति महोत्सव के समापन पर सुबह से ही मूर्ति विसर्जन के लिए ढोल की थाप और गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों की आवाज सुनाई देने लग गई। उत्साह से लबरेज महिला ,पुरुष और युवा श्रद्धालु अलग-अलग अंदाज में गणपति बप्पा को विदाई देने जुलूस के रूप में निकल पड़े।
मंगलवार देर शाम को डीजे की धुनों पर युवाओं और महिलाओं ने रवाना से पहले गणपति की विशेष पूजा अर्चना की। इस दौरान गणपति विसर्जन के समय गांव के मुख्य मार्गो से निकलने वाली गणपति यात्रा के दौरान मंगलमय गीतों से माहौल भक्ति मय हो गया। गांव रूण के प्रसिद्ध रतना सागर तालाब पर देर शाम को भोमियासा महाराज मंदिर बांयासा महाराज मंदिर और ब्राह्मणों के बास में रखी गणपति प्रतिमाओ को तीनों को साथ में इस तालाब पर ले जाया गया और प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
गणपति महोत्सव समिति के सभी सदस्यों ने व्यवस्था में पूरा सहयोग दिया। बीट अधिकारी ओमप्रकाश बुड़ीया ने बताया कि रूण में युवाओं के सहयोग से बहुत ही अनुशासन,उत्साह के साथ शांतिपूर्वक ढंग से जुलूस का समापन हुआ।