(दीपेंद्र सिंह राठौड़)
पादूकलां। पिता के याद में जहां हर बेटा कुछ ना कुछ करता है वही पादू कला के बेटे ने अनूठी पहल करते हुए अपने इंजीनियरिंग दिमाग से गौ माता की सेवा के लिए गौ रथ बनाया और गौ सेवा हेतु समर्पित किया। पादूकलां के घनश्याम जांगिड़ ने अपने पिता रामेश्वरलाल जांगिड़ के स्मृति में बीमार और दुर्घटनाग्रस्त गायों को उठाने के लिए गौ रथ का निर्माण किया।
घनश्याम जांगिड़ वर्तमान में रेलवे विभाग में इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं।घनश्याम जांगिड़ ने बताया कि यह प्रेरणा उनको उनके पिता के द्वारा दिए गए संस्कारों से मिली और समाज में दान पुण्य और सेवा करने वाला ही मानव है। यह दान मेरे पिता को समर्पित है। जांगिड़ ने यह रथ कस्बे के गायों की सेवा हेतु संचालित युवा गौ सेवा संगठन को भेंट किया है। संगठन के अध्यक्ष सुखदेव गौड़ ने घनश्याम जांगिड़ का साफा और माला द्वारा स्वागत किया ।
और गौ सेवा हेतु धन्यवाद अर्पित किया। संगठन के रवि लखारा ने बताया कि वर्तमान में गौ सेवा संगठन द्वारा बीमार और दुर्घटनाग्रस्त गायों को गोगाजी गौशाला स्थित गोगाजी को चिकित्सालय में उपचार किया जाता है इतने दिन गायों को लाने में पिकअप और ट्रैक्टर टोली का सहारा लिया जाता था लेकिन गौ रथ मिलने से आसानी से गायों को गोगाजी गौशाला स्थित गौ चिकित्सालय लाया जा सकता है और जल्दी से इलाज किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व गौशाला अध्यक्ष पवन सांड, बक्साराम फौजी,रवि लखारा,रवि शंकर जोशी,धीरज वैष्णव,नरेंद्र सिंह,अमित भाटी,मनोज गुर्जर,तनिश पारीक,अंकित सैनी,कैलाश वैष्णव, कृष्ण मुंडेल,दिलीप सिंह,राहुल सैन सहित युवा गौ सेवा संगठन के सदस्य मौजूद रहे।