राजसमंद में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ रहे मौजूद
राजसमंद में बेघर, घुमंतू, अर्द्ध घुमंतू समुदायों के 387 व्यक्तियों को मिले भूखण्ड पट्टे
फोटो संलग्न
नाथद्वारा मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र और राज्य सरकार महात्मा गांधी जी की स्वच्छता और गरीब कल्याण के विचार को साकार करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में मजदूर, किसान, युवा और महिला को ही चार जातियां माना है और इन वर्गों के उत्थान को ही केन्द्र में रखकर योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
शर्मा बुधवार को दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में आयोजित ‘स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं आवासीय पट्टा वितरण कार्यक्रम’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर का दिन देश के दो महापुरूषों गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म दिवस है। दोनों महापुरूषों ने राष्ट्र की मजबूती के लिए समर्पित भाव से कार्य किया। शर्मा ने कहा कि गांधीजी का मानना था कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ है और यही विचार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा वर्ष 2014 में गांधी जयंती पर शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का मूल आधार है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस मिशन को जन आंदोलन बनाया और स्वयं पहल कर देशवासियों को इस अभियान से जोड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाखों शौचालयों का निर्माण, खुले में शौच से मुक्ति और स्वच्छता के प्रति बढ़ती जागरूकता ने हमारे गांवों, शहरों और कस्बों को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री शर्मा ने कहा कि 17 सितंबर से आज 2 अक्टूबर 2024 तक ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें लक्षित इकाइयों को स्वच्छ स्थानों में परिवर्तित किया गया। शर्मा ने कहा कि सबकी योजना, सबका विकास के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ग्राम पंचायतों के सतत विकास के लिए योजनाओं को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामवासियों की भागीदारी के साथ विकास योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विमुक्त, घुमंतु एवं अर्द्धघुमंतु समुदायों के आवासहीन व्यक्तियों को भूमि आवंटित करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। करीब 21 हजार लाभार्थी परिवारों को भूमि का पट्टा दिया गया है। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान की घुमंतू, अर्द्धघुमंतू, विमुक्त जातियां हमारी संस्कृति का जीवंत हिस्सा हैं, इन्होंने अंग्रेजों की यातनाएं सहकर देश को आजादी दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इन लोगों को स्वयं का आवास मिले, हम इस पर काम कर रहे हैं।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घुमंतू, अर्द्ध घुमंतू एवं विमुक्त समुदाय के परिवारों को आवासीय भूखंड के पट्टे वितरित किए। राजस्थान में विमुक्त, घुमंतू एवं अर्द्ध घुमंतू जातियों के 32 समुदायों के बेघर लोगों का स्थाई घर का सपना आज साकार हुआ। जिले में 387 को मिले आवासीय पट्टे जिला स्तरीय कार्यक्रम अणुव्रत विश्व भारती सभागार में आयोजित हुआ जहां पर मुख्य अतिथि के रूप में राजसमंद सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ एवं नाथद्वारा विधायक श्री विश्वराज सिंह मेवाड़ उपस्थित रहे। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने दोनों अतिथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया। एडीएम नरेश बुनकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लाभार्थी परिवार भी मौजूद रहे। जिले के सभी आठों ब्लॉक में कुल 387 व्यक्तियों को पट्टे वितरित किए गए। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चयनित राज्य के 10 जिलों के लाभार्थी परिवारों से संवाद भी किया। इस योजना के प्रथम चरण में राज्य में कुल 20,721 परिवारों को पट्टे दिए गए।
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