रूण फखरुद्दीन खोखर
कुछ काम ऐसे करो कि दुनिया याद करें
रूण- पंचायत समिति मूंडवा के गांव रूण में बाबा बदरुद्दीन शाह, बाबा मलंग शाह की दरगाह पर एक दिवसीय उर्स का आयोजन हुआ। अशफाकी अंजुमन युवा कमेटी की बेहतरीन व्यवस्था से उर्स में चार चांद लग गये। इस दौरान शुक्रवार को पूरे दिन मेले के आयोजन में आए हुए जायरीनो ने दरगाह जियारत करके खरीदारी की।
वही इसी शाम को मीलादशरीफ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर मुरादाबाद से आए मुफ्ती मौलाना अशफाक हुसैन साहब ने कहा कि सच्चा इंसान वही है जो इंसानियत रखता हो, मगर इंसान बनने से पहले आपको पढ़ाई करनी जरूरी है, हर समाज के शास्त्रों में लिखा गया है कि शिक्षा हासिल करने के लिए अगर आपको विदेश भी जाना पड़े तो शिक्षा से वंचित मत रहो, दुनियादारी में जब भी कोई भाइयों में बंटवारा होता है तो चल अचल संपत्ति सभी का बंटवारा होता है मगर आज तक शिक्षा का कभी बंटवारा नहीं हुआ है इसी तरह शिक्षा अनमोल धन है।
इन्होंने आगे कहा कि आप दुनिया में आए हो तो कुछ अच्छे काम करके जाओ ताकि आने वाली पीढ़ी आपको याद रखें इन्होंने बताया बाबा बदरुद्दीन शाह ,बाबा मलंग शाह, गोसे पाक आजम, ख्वाजा गरीब नवाज अजमेरी, सूफी हमीदुद्दीन नागौरी और निजामुद्दीन औलिया सहित जितने भी दुनिया के अंदर पीर पैगंबर और महापुरुष आए और उन्होंने अपने धर्म और देश के लिए बेहतरीन कार्य किया, इसीलिए उनकी तारीख पर आज हजारों वर्ष बाद भी उन्हें याद किया जाता है, इसीलिए हमें दुनिया में ऐसे कार्य करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी हमें भी याद करें, इसी प्रकार इन्होंने पांच वक्त की नमाज पढ़ने, अपने माल की जकात देने, झूठ नहीं बोलने चुगली नहीं करने की नसीहत दी,
इन्होंने पढ़ाई के महत्व को बताते हुए कहा कि अपने बच्चों को दिन के साथ-साथ दुनिया की पढ़ाई भी करवाना जरूरी है क्योंकि पढ़ाई से आने वाली नस्ल सुधरे , इन्होंने बताया जो काम पढ़ा लिखा आदमी करता है वह काम अनपढ़ कभी भी नहीं कर सकता। इस मौके पर मुरादाबाद से आए नात ख्वां अब्दुल कादिर उस्मानी और स्थानीय नातख्वां ने भी एक से बढ़कर एक आला हजरत और हुजूर की शान में नातें, मन्क़बत पेश कर माहौल को नूरानी बना दिया। इस मौके पर कमेटी की ओर से बाहर से मौलाना आए उनका इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर गांव रूण के सभी पेश इमाम, मौलाना, कारी ,हाफिज और आसपास के गांवो से आए हुए सभी समाज के लोग उपस्थित थे। रात्रि एक बजे तक चले इस जलसे के बाद देश में अमन चैन शांति की दुआएं की गई।