फुलेरा (दामोदर कुमावत) कस्बे के सतायु पार पंडित सीताराम दाधीच (101) अपने आप को भाग्यशाली मानते है।वहीं आज उनका पडपोत्र हेमाशुँ गृहस्थाश्रम मे प्रवेश कर रहा है।
पंडित दाधीच के पडपोत्र सुधाशुँ दाधीच ने बताया कि उनके पडदादा का जन्म संत दादूदयाल महाराज की तपोस्थली दादू नगरी नरेना ग्राम मे माता स्व. लाछादेवी ओर पिता स्व. चिरँजी लाल दाधीच के घर हुआ था।
सतायु प्राप्त पंडित सीताराम जी ने
साम्भर कस्बे में शिक्षा प्राप्त कर फुलेरा को अपनी कर्म भुमि बनाई। पंडित दाधीच दो पुत्रो एक पुत्री के पिता, तीन पोत्रो छःपोत्रीयो सहित चार पडपोत्र है।इनमे सबसे बडे पडपोत्र हेमाशुँ पुत्र सुनील दाधीच का आज विवाह ग्राम झरना देवला निवासी पुर्वी दाधीच के साथ है।
अपने पडपोते की शादी मे अपनी उपस्थित दर्ज करवाने पर सीताराम दाधीच अपने आप को शोभाग्य साली मानते है। इस अवसर पर दाधीच समाज के अध्यक्ष वेद गणेश चंद्र दाधीच, वेद प्रभु दयाल दाधीच, कृष्ण चंद्र शर्मा, महेश दाधीच, विजय गोपाल दाधीच, विप्र महा सभा अध्यक्ष राजु दाधीच, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, और रूपेंद्र मिश्रा सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।