फखरुद्दीन खोखर
रूण (नागौर-)कुचेरा निवासी इदरीश मोहम्मद को अपने काबिलियत के दम पर जर्मनी स्थित यूरोपियन सेंटर फॉर माइनॉरिटी इश्यूज (ECMI – यूरोपीय अल्पसंख्यक मुद्दों के केंद्र), फ्लेंसबर्ग में विजिटिंग फेलो के रूप में आमंत्रित किया गया है।
वर्तमान में इदरीश सुप्रीम कोर्ट, नई दिल्ली में एक प्रैक्टिसिंग वकील हैं और जिंदल ग्लोबल विधि कॉलेज में फैकल्टी सदस्य हैं।
यूरोपियन सेंटर फॉर माइनॉरिटी इश्यूज (ECMI) 1996 में डेनमार्क, जर्मनी और श्लेस्विग-होल्स्टीन सरकारों द्वारा स्थापित किया गया था और यह एक स्वतंत्र और अंतर-विषयक संस्था है, जो नीति निर्माण और वकालत के क्षेत्र में काम करती है। इदरीश अपने प्रवास के दौरान साइबर स्पेस में फेक न्यूज पर कानून के संभावनाओं पर शोध करेंगे। फेक न्यूज़ (फ़र्ज़ी खबरों) से होने वाले खतरों में भारत दुनिया में शीर्ष स्थान पर है। इसलिए वह ऐसे कानून पर शोध करेंगे जिस से फेक न्यूज़ को रोका जा सके।
2022 में, इदरीश को ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिष्ठित चेवेनिंग स्कॉलरशिप प्राप्त हुई थी, जिसके तहत उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय में LLM की पढ़ाई की। उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई जामिया मिल्लिया इस्लामिया से BA LLB में की। शैक्षिक और वकालत में व्यस्त रहने के साथ-साथ इदरीश सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। उन्होंने कामलिया तेली समुदाय के महासचिव के रूप में कार्य किया है। महासचिव रहते हुए उन्होंने समाज के निजी जनगणना एवं शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया था। इस मौके पर इदरीश ने अपने दादा हाजी जमालुद्दीन तगाला को अपना प्रेरणास्रोत बताया। इस मौके पर हाजी सिकन्दर तग़ाला,गुलाम मोहम्मद तग़ाल,मौलाना जाकिर हुसैन अशर्फी,गणपतलाल सिंघवी, पण्डित रमेशचंद्र दाधीच, महेश चंद दाधीच, कैलाश चंद व्यास, मदरसा गरीब नवाज के प्रधानाध्यापक मोहम्मद हुसैन धोबी, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय संस्थान प्रमोटर महबूब खोखर,रशीद (भुर मोहम्मद चौहान), जमालदीन दायमा,फकरुद्दीन दायमा, खुर्शीद तग़ाला, रामकिशोर दाधीच, सुरेश गहलोत, पप्पू देवासी तथा मदर वर्ल्ड स्कूल के एकेडमीक इंचार्ज फिरोज़ खान पठान आदि उपस्थित रहे व अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।