पत्रकार बाबूलाल सैनी
लक्ष्मणगढ़ 5 जनवरी। सेवा कार्यों के लिए सभी का अलग-अलग नजरिया होता है । सेवा कार्यों के लिए हर पल उपलब्ध रहने वालों की यदि बात की जाएं तो सैनी समाज में बनवारी लाल इंदौरिया के बिना चर्चा अधूरी ही मानी जाएगी ।
शेखावाटी क्षेत्र के मंडावा निवासी व जयपुर प्रवासी बनवारी लाल इंदौरिया काम के सिलसिले में पिताश्री के साथ बचपन में ही जयपुर आ गए ।जहां सिन्धी कैंप बस डिपो के सामने सैनी रेस्टोरेंट शूरू किया तथा शास्त्री नगर में अपना आवास बनाया। परिवार में भाईयों ने सबसे बड़े होने के कारण दोहरी जिम्मेदारी निभाते पिता के साथ काम काज मे रेस्टोरेंट व घर में हाथ बंटाते। इंदौरिया का रूझान धीरे धीरे सेवा की ओर बढ़ने लगा तथा सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक व सार्वजनिक क्षेत्रों में अपनी भूमिका निभाने लगे। राजस्थान के किसी भी कोने में सामाजिक आयोजन हो अपनी उपस्थिति हर संभव दर्ज करवाने का प्रयास करते हैं। शेखावाटी क्षेत्र से कोई भी व्यक्ति किसी काम के सिलसिले में जयपुर जातें हैं तथा इंदौरिया से संपर्क करते हैं तो समाज के हर सख्श के साथ समर्पित भाव से जूटकर सहयोग करते हैं। समाज के लिए सदैव तत्पर रहने वाले इंदौरिया ने कड़ी मेहनत व कठोर परिश्रम से राजस्थान के सैनी समाज में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है।
इंदौरिया की सेवा के मामले में पहचान केवल राजस्थान में ही नहीं अपितु देश के कई अनेक राज्यों में भी है। जिनके अनेकों उदाहरण है। इंदौरिया को शादी विवाह के रिश्ते कराने में महारत हासिल है। वहीं सामाजिक क्षेत्र में सकारात्मक कार्यों व विकास के लिए अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। सामाजिक व व्यवसायिक क्षेत्र में इतने व्यस्त रहने के बावजूद भी अपनी जन्म भूमि मंडावा से जुडाव बनाए हुए हैं। करीब 68 वर्षीय इंदौरिया वाणिज्य स्नातक हैं । सिन्धी कैंप व्यापार मंडल के पूर्व मंत्री रहे हैं जबकि महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान के ट्रस्टी सदस्य व शेखावाटी विकास संस्थान के संरक्षक सहित अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व सार्वजनिक संस्थाओं से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।