झंडे की रस्म के जुलूस में मलंगों ने दिखाएं हैरत अंगेज करनामे।
फुलेरा (दामोदर कुमावत)
धान मंडी स्थित ख्वाजा हुसामुद्वीन चिश्ती जिगर सोख्ता (र.अ.) दरगाह शरीफ सांभर में झण्डे की रस्म 6 रजब हिजरी 1446 मंगलवार को असर के बाद शाम 5 बजे मरहूम हाजी छोटू खाँ अगवान (ठेकेदार) आरामशीन वाले के घर से जोहर के बाद (2.30 बजे) रवाना होकर मय जूलूस के साथ नये बस स्टेण्ड से होकर पुराना बस स्टेण्ड, पाँच बत्ती होते हुऐ
तेली दरवाजा और इमाम चौक से पुरानी धानमण्डी बाजार से होकर दरगाह के बुलन्द दरवाजे पर मरहूम हाजी छोटू खाँ अगवान के फरजन्द सफात खान अगवान के दस्ते मुबारक के परचम झण्डे की रस्म अदा की गई।अगवान परिवार के फारुख खान ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उर्स मेले में झंडे की रश्म के लिए परिवारजन हाजी बाबू खान(रिटा.थानेदार) लतीफ खान,वाहिद खान,
फारुख खान,जुल्फिकार, (बीएसएफ एसआई) इकबाल हुसैन एवं तमाम अगवान खानदान के महिला, पुरुषों ने गाजे बजे व लवाजमे के साथ कस्बे के प्रमुख मार्गो से होते हुए झंडा हजरत ख्वाजा हुसामुद्दीन चिश्ती जिगर सोख्ता दरगाह शरीफ लेकर पहुंचेंगे, जहां झंडे की रस्म अदा की गई। इस मौके पर जुलूस पर जगह -जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
वहीं झंडे की रस्म के लवाजमें में मलंगों द्वारा हैरत अंगेज करतब और कारनामे दिखाएंगे जिन्हें देख लोग दांतों तले उंगली दबा ली। इस अवसर पर झंडे की रस्म जुलूस में स्थानीय सर्व समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया जुलूस अशोक पारीक, महेश दाधीच, तेजकरण सैनी सहित कई लोगों ने भाग लिया।