
महानिदेशक, एसीबी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच को नए आपराधिक कानूनों के तहत अधिक प्रभावी बनाना और अभियोजन प्रक्रिया को मजबूत करना है।
जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, राजस्थान द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में सशक्त अनुसंधान एवं प्रभावी अभियोजन पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच को नए आपराधिक कानूनों के तहत अधिक प्रभावी बनाना और अभियोजन प्रक्रिया को मजबूत करना था।

महानिदेशक, एसीबी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में सशक्त अनुसंधान एवं प्रभावी अभियोजन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच को नए आपराधिक कानूनों के तहत अधिक प्रभावी बनाने और अभियोजन प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गई है।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्री डी.सी. जैन, सेवानिवृत्त डीजी ने आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच के जटिल पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने संपत्ति की जांच, वित्तीय विश्लेषण, और साक्ष्यों की सत्यता सुनिश्चित करने के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से प्रकाश डाला।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में श्री डी.सी. जैन ने नए आपराधिक कानूनों के तहत जांच और अभियोजन के नए तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि नए कानूनों के तहत अपराध सिद्ध करने की प्रक्रिया, साक्ष्यों का मूल्यांकन, और अभियोजन पक्ष की जिम्मेदारियां कैसे बदली हैं और एसीबी को इनसे कैसे लाभ मिल सकता है।
कार्यशाला के तीसरे सत्र में ओपन हाउस डिस्कशन / वालेडिक्शन सेशन का आयोजन किया गया, जहां अधिकारियों ने आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच से जुड़े अपने अनुभव और चुनौतियों को साझा किया।
इस कार्यशाला में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने भाग लिया और आय से अधिक संपत्ति मामलों की जांच को नए आपराधिक कानूनों के तहत अधिक प्रभावी बनाने और अभियोजन प्रक्रिया को मजबूत करने पर चर्चा की।


Author: Aapno City News







