


पर्यावरण संरक्षण में मिलेगी मदद, सिंगल यूज प्लास्टिक का बेहतर विकल्प
कुचामन उपखंड के बरगद संरक्षण फाउंडेशन ने नवाचार करते हुए वेस्ट मटेरियल से बीजारोपण हेतु बैग का निर्माण किया है। इस बैग का नाम “कोको जूट रूट” दिया गया है। कुचामन के उपखंड अधिकारी सुनील कुमार ने अर्बन सर्कुलर फॉरेस्ट में इसका शुभारंभ किया।
फाउंडेशन ने मंदिर के बेकार नारियल को इकट्ठा करके पाउडर बनाया और जूट की बेकार पुरानी बोरियों को इकट्ठा करके बैग बनाए। इन बैग में नारियल का पाउडर और मिट्टी को मिलाकर डाला गया और उसमें बीजारोपण किया गया।
इस नवाचार के कई फायदे हैं, जिनमें शत प्रतिशत सस्टेनेबिलिटी, सर्कुलर इकोनामी का सिद्धांत, सिंगल यूज प्लास्टिक का बेहतर विकल्प, प्रदूषण रोकथाम, और पौधों की सर्वाइवल रेट में वृद्धि शामिल है। इसके अलावा, यह नवाचार जल की बचत, पोरोसिटी, और भूमि की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी उपयोगी है।
बरगद संरक्षण फाउंडेशन के निदेशक नेता राम कुमावत ने बताया कि अभी तक 1000 कोको जूट रूट बैग तैयार कर लिए गए हैं और आज उपखंड अधिकारी की उपस्थिति में बीजारोपण भी कर दिया गया है। आगे 1000 और बैग तैयार करने का लक्ष्य है।


Author: Aapno City News
