
तेजाराम लाडणवा
मीरा नगरी मेड़ता सिटी से एक शिस्ट मंडल के कार्यकर्ताओं ने मुलवाश स्थित पदम पेलेश और पदम स्मारक पहुंचे। जहां संत कुलरिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और स्मारक में जनसेवा के लिए बनाई गई डिजिटल लाइब्रेरी और म्यूजियम का अवलोकन किया गया।

इस अवसर पर शंकर कुलरिया और कानाराम कुलरिया से मुलाकात कर आगामी माह में मेड़ता कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई। इसके अलावा, बालाजी सेवा धाम श्री बालाजी में महामंडलेश्वर बजरंग दास महाराज से भेंट की गई।
डुगरदान चारण के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने एक हफ्ते पहले में मुंबई जाकर भामाशाह एवं युवा समाजसेवी शंकर कुलरिया व उनके भाई से मुलाकात कर आगामी कार्यक्रम में मेड़ता आने का निमंत्रण दिया आज शंकर कुलरिया एवं महाराज को मेड़ता पधारने का निमंत्रण दिया गया।
संत वार्ता के दौरान शंकर कुलरिया ने कहा कि सनातन संस्कृति को बनाए रखने में संत जनों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। राज सता में कमी आने पर संतों का ही मार्गदर्शन होता है, जिससे समाज में संतुलन बना रहता है।
महामंडलेश्वर बजरंग दास महाराज ने कहा कि इस बार का कुम्भ आयोजन हमेशा स्मरणीय रहेगा। सनातन संस्कृति के बढ़ाने के लिए इस प्रकार के धार्मिक आयोजन होना आवश्यक है। महाराज ने संत पदमाराम जी कुलरिया का उदाहरण देते हुए बताया कि जन जन में सेवा और श्रद्धा का भाव इन्होंने जगाया। ऐसे महापुरुषों की समाज में नितांत आवश्यकता है।
इस अवसर पर डी डी चारण, अमित टाक, कैलाश जांगिड़, श्याम बोराणा, पप्पुराम सेन सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। आगामी माह में कुलरिया और महामंडलेश्वर जी ने मेड़ता आने की सहमति जताई।


Author: Aapno City News







