विकास के नाम पर विनाश: सौर ऊर्जा की भेंट चढ़ रहे राज्य वृक्ष

गजनेर बीकानेर (तेजाराम लाडणवा) राजस्थान के पश्चिमी जिलों में प्रकृति को बेरहमी से विनष्ट किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का विरोध कुछ भी असर नहीं कर रहा है। ताजा मामला गजनेर का है, जहां मंगलवार रात 65 विशाल खेजड़ियों को काट दिया गया।

रात के अंधेरे में कटाई

पटवारी और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मुकदमा दर्ज करवाया है। पर्यावरण प्रेमी महीराम दिलोइया ने पुलिस थाना गजनेर में प्राथमिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने बताया कि रात 12 बजे कट्टर मशीनों की आवाज सुनाई दी। जब धरनार्थी मौके पर पहुंचे, तो देखा कि स्टैमर लिमिटेड सोलर एनर्जी कंपनी ने खेजड़ी के 65 विशाल वृक्षों को काट दिया था।

कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

पर्यावरण प्रेमियों ने राज्य सरकार से मांग की है कि शीघ्र धरनार्थियों से वार्ता कर पेड़ कटाई पर प्रतिबंध लगाया जाए और राजस्थान में ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बनाकर कठोर कानून लागू किया जाए।

प्रदूषण और तापमान बढ़ने का खतरा

राजस्थान के पर्यावरण वैज्ञानिकों का मानना है कि राज्य का तापमान नियंत्रित नहीं किया गया, तो यहां के निवासियों को पलायन करना पड़ सकता है। तापमान बढ़ने से प्राणी मात्र का जीवन नष्ट होने के कगार पर पहुंच गया है।

धरनार्थियों की मांग

  • पेड़ कटाई पर प्रतिबंध लगाया जाए
  • राजस्थान में ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाए
  • कठोर कानून लागू किया जाए

पर्यावरण प्रेमियों का आक्रोश

बिश्नोई समाज सहित सभी पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश व्याप्त है। धरनार्थी बेहद परेशान हैं कि सरकार उनकी आवाज नहीं सुन रही है और कंपनी के कर्मचारी अधिकारी चोरी-छिपे पेड़ काटने के प्रयासों में लगे रहते हैं।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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