

पेड़ों की रक्षा जीवों की रक्षा देश की रक्षा कौन करेगा ?
हम करेंगे,हम करेंगे के नारों की गूंज उठी
देशनोक 22 अप्रेल। पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला की रोही नोखादैया द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार पीएम मोदी के आगमन पर जेगला फांटा देशनोक में प्रकृति बचाओं आंदोलन का सफल प्रदर्शन सर्व समाज के पर्यावरण प्रेमियों द्वारा किया गया । मोदी का हेलीकॉप्टर देशनोक में उतरा तो जमकर नारेबाजी की गयी।
पेड़ की रक्षा कौन करेगा ? हम करेंगे हम करेंगे । नारे लगाकर प्रदर्शन किया और पेड़ बचाने का आग्रह किया ।
जालौर सांचौर से आए मोहनलाल कड़वासरा ने कहा कि पिछले साढे दस महीनों से कोलायत तहसील में अनिश्चित कालीन धरना चल रहा है। पश्चिमी राजस्थान में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है जिसको रोकने की मांग करने वाले लोग कई बार मुख्यमंत्री से मिले उसके बावजूद भी सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है सोलर कंपनियों के नाम से विकास के साथ पेड़ों का बड़ा विनाश किया जा रहा है ।
जोधपुर से आये आर. के. मेघवाल ने कहा कि आंदोलन के दौरान पश्चिमी राजस्थान के आठ जिलों को अलग-अलग तारीखों में बंद करके सरकार तक संदेश पहुंचाया गया फिर भी अभी तक कानून नहीं बना है अगर प्रकृति का विनाश हुआ तो यहां के जीवन का भी विनाश हो जाएगा प्रकृति बचेगी तभी जीव जंतु बचेंगे पेड़ पौधे बचेंगे तभी प्राण वायु से प्राणी बचेंगे इसके लिए पेड़ों की सुरक्षा जरूरी है । बीकानेर से आये सज्जन कुमार बेनीवाल ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के इस समय में सभी देश पर्यावरण के लिए चिंतित है राजस्थान में विशेष कर खेजड़ी पेड़ का अलग ही महत्व है फिर भी पश्चिमी राजस्थान में खेजड़ियों की कटाई बड़े स्तर पर की जा रही है जिस पर रोक लगाना नितांत आवश्यक है नहीं तो मानव जीवन खतरे में पड़ जाएगा ।
नागौर से आये रामरतन बिश्नोई ने कहा कि राजस्थान का तापमान घटना जरूरी है पिछले कई वर्षों से लगातार तापमान बढ़ रहा है इन दिनों भी भयंकर गर्मी पड़ रही है तापमान को बढ़ाने में सोलर प्लांट और अधिक मदद कर रहा है बड़ी संख्या में पेड़ कटेंगे और सोलर प्लेट लगेगी तो राजस्थान का तापमान इतना बढ़ जाएगा कि यहां का जीना दूभर हो जाएगा । जांभोजी ने 550 वर्ष पहले पेड़ बचाने का संदेश दिया था बिश्नोई धर्म में नियम बनाकर आज्ञा दी थी कि सिर कट जाए और पेड़ बच जाए तो भी पेड़ों को बचाना चाहिए उनकी आज्ञा पाकर बिश्नोई समाज के अनेक लोग बलिदान हो गए हैं और आज भी पेड़ बचाने के लिए यह समाज संघर्ष कर रहा है इसी कड़ी में पर्यावरण प्रेमियों की मांग है कि सरकार यथाशीघ्र पेड़ सुरक्षा का नया कानून बनाकर पेड़ों की कटाई पर रोक लगाए।
प्रकृति प्रेमी हरिराम खीचड़ बीकानेर ने कहा कि पर्यावरण प्रेमी लगातार संघर्षरत है फिर भी सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है । लंबे समय से धरने पर बैठे लोगों को कल पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और जेगला फंटा पर आयोजित होने वाले प्रकृति बचाओ आंदोलन के धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने दूर-दूर तक रास्ते रोक कर गतिरोध पैदा कर दिया जिसके कारण पर्यावरण प्रेमी निर्धारित स्थान पर कम पहुंच पाए हैं पर्यावरण प्रेमियों के साथ इस प्रकार के व्यवहार निंदनीय है सरकार को चाहिए कि वह जनता की भावना के अनुसार पेड़ बचिने में उनकी मदद करें सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वह प्रकृति वन्य जीव और पेड़ों को बचाने का कठोर कानून बनाकर उनकी रक्षा करें।
ज्ञातव्य है कि उक्त समिति ने पांच दिन पहले बीकानेर के जिला कलक्टर,जिला पुलिस अधीक्षक और उपखंड अधिकारी को लिखित पत्र देकर देशनोक में जेगला फांटा पर प्रकृति बचाओ आंदोलन का सम्मेलन करने और ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग मोदीजी से करने की अनुमति मांगी थी मगर सरकार, प्रशासन और पुलिस ने धरना संयोजक रामगोपाल बिश्नोई उनके साथी सुनील माल को जेडी मगरा उनके घर से गिरफ्तार कर नोखा थाने में बंद कर दिया । भोमाराम भादू को भादूभाई होटल बीकानेर से लेजाकर गजनेर थाने में और किशनाराम जाट गोदारा को उनके गांव से गिरफ्तार कर नापासर थाने में बंद कर दिया था । मोदी की रैली समाप्त होने के बाद शाम पांच बजे रिहा किया गया । पुलिस के इस कदम के लिए देशनोक प्रदर्शन में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। गिरफ्तार साथियों को रिहा करो के नारे लगाये गये।


Author: Aapno City News
