
समान गणवेश, पण्णव की गगन भेदी आवाज, वेणु व नागांग की सुरीली तान पर सधे हुए कदम से कदम मिलाते हुए अनुशासित व पंक्तिबद्ध स्वयंसेवक।
यह अद्भुत दृश्य रहा नागौर जिला मुख्यालय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पथ संचलन का।
संघ के राजस्थान क्षेत्र के कार्यकर्ता विकास वर्ग- प्रथम में संघ स्थान पर किए हुए अभ्यास का प्रत्यक्ष प्रगटीकरण स्वयंसेवकों द्वारा किया गया।
17 मई से चल रहे इस वर्ग में संघ की शारीरिक कार्य पद्धति के अनुभव को शारदापुरम् स्थित शारदा बाल निकेतन के मैदान से विभिन्न मुख्य मार्गों से होकर पुनः शारदा बाल निकेतन संघ स्थान पर पहुंचकर प्रकट किया।
पथ संचलन में घोषवादक स्वयंसेवकों द्वारा भारतीय रचना किरण, श्री राम, भूप, शिवरंजनी, मीरा, तैलंग, सोनभद्र, मेवाड़,अजय व चेतक का सुमधुर वादन किया गया।
प्रशिक्षणार्थी स्वयंसेवकों ने पण्णव, आणक, झांझ, त्रिभुज, शंख, नागांग, तूर्य व वेणु में विभिन्न रचनाओं का वादन किया।
शारदा बाल निकेतन स्थित कार्यकर्ता विकास वर्ग – प्रथम के संघ स्थान से ठीक 6:40 पर इस पथ संचलन ने प्रस्थान किया। एक साथ सधे हुए कदमों से यह संचलन शारदापुरम् स्थित पानी की टंकी, त्यागी जी की बगीची, शिव मंदिर, सकल हिंदू समाज मोक्ष धाम, बख्तसागर, केशवदासजी महाराज की बगीची, भूतनाथ महादेव, रघुनाथ मंदिर, नया दरवाजा, हनुमान मंदिर, कक्कु वालों की पोल व मरुधर कॉलोनी से होता हुआ पुनः शारदा बाल निकेतन पहुंचा।
मार्ग में विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओं व मातृशक्ति द्वारा देशभक्ति उद्घोष लगाकर व पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।



Author: Aapno City News
