
बेटियों ने निभाई अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी, समाज में दिखाई नई मिसाल
जोधपुर में बेटियों के कंधों पर निकली मां की अर्थी, श्मशान में चिता को दी मुखाग्नि

जोधपुर के तिंवरी में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब दो बेटियों ने अपनी मां के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। शोभा देवी और भीखी देवी ने अपनी मां नेनू देवी को अंतिम विदाई देते हुए समाज के सामने एक नई मिसाल पेश की।
परंपरागत रूप से, समाज में बेटों को अक्सर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, लेकिन इन बेटियों ने सामाजिक बंधनों को तोड़ते हुए अपने हाथों से मां को कांधा दिया और मुखाग्नि दी। इस भावुक क्षण में बेटियों ने न सिर्फ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी भी जिम्मेदारी में पीछे नहीं हैं।
परिवार के सदस्यों और समाज के लोगों ने भी बेटियों के इस साहसी निर्णय की सराहना की। यह क्षण न केवल शोकपूर्ण था, बल्कि प्रेरणादायक भी, जिसने परंपराओं के बीच बदलाव की नई राह दिखलाई। तिंवरी की इस तस्वीर ने यह साबित कर दिया कि ममता, सेवा और संस्कार की डोर बेटियों को भी उतनी ही मजबूती से बांधती है, जितनी बेटों को।


Author: Aapno City News
